By अनुराग गुप्ता | Jan 28, 2022
नयी दिल्ली। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत गर्माती जा रही है और राजनीतिक दल नए-नए समीकरण बनाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। इसी बीच राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) प्रमुख जयंत चौधरी ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ और सिर्फ ध्रुवीकरण पैदा करना चाहती है और वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश को जाट लैंड कहते हैं, ऐसे में हरियाणा को वो क्या मानते हैं ?
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि वह (भाजपा) पश्चिम उत्तर प्रदेश को जाट लैंड कहते हैं, हरियाणा को वे क्या मानते हैं? वह बस ध्रुवीकरण पैदा करना चाहते हैं। जातिगत आधार पर ध्रुवीकरण हो, धार्मिक आधार पर उन्माद फैले यह उनकी रणनीति है। मुझे वह खुश करके क्या हासिल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे मुद्दों पर ध्यान दीजिए, किसानों के साथ न्याय कीजिए। लखीमपुर की घटना अभी ताज़ी है, मंत्री अभी भी मंत्री बने बैठे हैं। किसानों को गिरफ़्तार किया जा रहा है, मुकदमे वापस नहीं लिए गए। इन मामलों पर वह जवाब दें।
भाजपा ने दिया था ऑफर
भाजपा की नईयां को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार लगाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मोर्चा संभालते हुए बुधवार को जयंत चौधरी को साथ आने का न्योता दिया था। हालांकि जयंत चौधरी ने इस ऑफर को ठुकराते हुए भाजपा को कृषि आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों की याद दिलाई। जयंत चौधरी ने एक ट्वीट में कहा था कि न्योता मुझे नहीं, उन 700+ किसान परिवारों को दो जिनके घर आपने उजाड़ दिए!! दरअसल, अमित शाह ने कहा था कि जयंत चौधरी गलत घर में चले गए हैं। लेकिन भाजपा के दरवाजे उनके लिए खुले हैं।
उन्होंने कहा था कि यह बात तय है कि चुनाव बाद भाजपा की सरकार बनेगी। जयंत चौधरी ने एक अलग रास्ता चुना है। जाट समाज के लोग उनसे बात करेंगे, उन्हें समझाएंगे। चुनाव के बाद संभवनाएं हमेशा खुली रहती हैं। हमारा दरवाजा आपके लिए खुला है।
गौरतलब है कि जयंत चौधरी ने अखिलेश यादव के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरने का निर्णय लिया था। इसके तहत उन्होंने गठबंधन उम्मीदवारों का भी ऐलान कर दिया है। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदान होना है। पहले चरण में 10 फरवरी को 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान होगा। इसमें शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, बुलंदशहर जिले प्रमुख हैं। जबकि दूसरे चरण में 14 फरवरी को 9 जिलों की 55 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। इन दोनों चरणों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की अधिकांश सीटें कवर हो जाएंगी।