By अनन्या मिश्रा | Mar 03, 2023
एक ऐसा अभिनेता और कॉमेडियन जिसने 80 के दशक और 90 के शुरूआती दौर में लोगों को अपने सेंस ऑफ ह्यूमर से हंसाया। उस दौरान कॉमेडी को केवल मौज-मस्ती के रूप में देखा जाता था। लेकिन आज के समय में लोगों को हंसाना एक पेशा बन गया है। आप ऐसे कई कॉमेडियन को जानते होंगे जो लोगों को हंसाने का काम कर रहे हैं। इस लिस्ट में कई कॉमेडियन शामिल हैं। फिर चाहे वह भारती सिंह, कृष्णा अभिषेक या फिर कपिल शर्मा हों। दर्शकों को इनका भरपूर प्यार मिलता है। लेकिन यह लिस्ट मशहूर कॉमेडियन जसपाल भट्टी के नाम के बिना अधूरी है। वह भले ही लोगों के बीच नहीं हैं। लेकिन उनके मजेदार जोक्स पर लोगों ने खूब ठहाके लगाए हैं। आज के दिन यानि की 3 मार्च को उनका जन्मदिन है। जानते हैं उनसे जुड़ कुछ खास बातें...
जन्म और शिक्षा
जसपाल भट्टी का जन्म 3 मार्च सन् 1955 को अमृतसर में हुआ था। वह बचपन से ही काफी हंसमुख स्वभाव के थे। उन्होंने चंडीगढ़ के पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग किया था। बता दें कि वह कॉलेज में नुक्कड़ नाटक आदि में हिस्सा लिया करते थे। तभी से उनका मन कॉमेडी की ओर जाने लगा। कॉलेज टाइम में ही जसपाल ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक क्लब बनाया था। इस क्लब का नाम नॉनसेंस क्लब रखा गया। वहीं लोगों ने उनके नुक्कड़ नाटकों को भी खूब सराहा। चंडीगढ़ में ट्रिब्यून अखबार में उन्होंने लंबे समय तक कार्टूनिस्ट के रूप में काम भी किया।
कॉमेडी को बनाया करियर
कड़ी मेहनत के बाद जसपाल भट्टी को टीवी में काम करने का मौका मिला। इस दौरान वह सीरियल उलटा-पुलटा में काम करने लगे और वह लोगों द्वारा पसंद किए जाने लगे। वहीं लोगों की समस्याओं को यह कार्टून और व्यंग के जरिए पेश करते थे। हालांकि जसपाल भट्टी ने 90 के दशक में दूरदर्शन पर एक नया शो किया। इस शो का नाम फ्लाप शो था। जिसे दर्शकों ने काफी पसंद किया और इसी सीरियल के बाद उनकी पहचान बतौर कॉमेडियन बन गई। इसके अलावा जसपाल ने छोटे पर्दे पर फुल टेंशन, हाय जिंदगी बाय जिंदगी और थैंक्यू जीजाजी जैसे सीरियल में काम किया। छोटे पर्दे पर सफलता मिलने के बाद भट्टी ने बड़े पर्दे यानि की फिल्मी दुनिया में अपनी किस्मत आजमाई। इस दौरान उन्होंने कुछ न कहो, फना, कुछ मीठा हो जाए, कोई मेरे दिल से पूछे जैसी तमाम फिल्मों में काम किया। बता दें कि कॉमेडियन सुनील ग्रोवर को भी जसपाल ने ब्रेक दिया था।
मृत्यु
जसपाल भट्टी की 25 अक्टूबर 2012 को एक कार दुर्घटना में मौत हो गई थी। इस दौरान वह अपने बेटे जसराज भट्टी और अभिनेत्री सुरिली गौतम की फिल्म पावर कट के प्रमोशन के लिए भटिंडा से जालंधर जा रहे थे। तभी जिले के नकोदर इलाके में शाहकोट के पास उनकी कार पेड़ से टकरा गई। जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। भले ही जसपाल आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी हास्य शैली के लिए उन्हें दर्शक हमेशा याद रखेंगे।