By विजयेन्दर शर्मा | Nov 19, 2021
शिमला। भाजपा सरकार का जनमंच कार्यक्रम पहले तो अधिकारियों के लिए झंड मंच बना और अब जयराम सरकार ने कुर्सी बचाओ मंच बना दिया है।यह बात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता दीपक शर्मा ने आज मीडिया से कही।
उन्होंने कहा कि सरकार के इस कार्यक्रम में जनसमस्याओं को उठाने पर मनाही है।जनता बिजली, पानी,सड़क आदि की समस्याओं को नहीं उठा सकती इसको लेकर ज़िलाधीश आदेश जारी कर रहे हैं।ऐसे में फिर इन कार्यक्रमों का क्या औचित्य है? जिस तरह से मंत्रियों को अपने अपने गृह विधानसभा क्षेत्रों में ही जनमंच में ड्यूटी दी गई है उससे साफ जाहिर होता है कि सरकार अपनी खोई हुई ज़मीन को वापस हासिल करने की फिराक़ में है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जनमंच के नाम पर सरकार ने मात्र फ़िज़ूलख़र्ची ही की है।करोड़ों रुपए की बर्बादी की है।इन जनमंचों से आमजन को कोई लाभ नहीं हो पाया है।दीपक शर्मा ने कहा कि आमजन की छोटी छोटी समस्याएं जो कि अब सरकार की अनदेखी की वजह से विकराल रूप धारण कर चुकी हैं उनके निराकरण के लिए सरकार को व्यवहारिक प्रयास करने की ज़रूरत है।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार हर ज़िला में एक फोन नम्बर जारी करके जनता की शिकायतें सुनें तो भी बिना लाखों रुपए की फ़िज़ूलखर्ची किए जनसमस्याओं का निराकरण सम्भव है लेकिन सरकार में अनुभव की कमी से न केवल जनता का नुकसान हो रहा है बल्कि आर्थिक संकट से जूझ रहे प्रदेश पर भी फ़िज़ूलखर्ची का बोझ पड़ रहा है।कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा सरकार चार सालों के कार्यकाल में मात्र कुर्सी बचाने और जुमलेबाजी करने तक ही सीमित हो कर रह गई है।उन्होंने कहा कि महंगाई, बेरोज़गारी जैसी गम्भीर समस्याओं के प्रति सरकार की उदासीनता दुर्भाग्यपूर्ण है।सरकार ने प्रदेश को चौमुखी विकास की दृष्टि से 20 वर्ष पीछे धकेल दिया है।