नयी दिल्ली। जम्मू कश्मीर के ‘खुली जेल’ में तब्दील होने के विपक्षी दलों के दावों को खारिज करते हुए सरकार ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि नया बना केंद्र शासित प्रदेश अब पर्यटकों, विकास और शांति के लिए खुल गया है जबकि आतंकवादियों के लिए बंद है। जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लिए अनुदान की मांगों पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि मोदी सरकार चाहती है कि जम्मू कश्मीर के युवा पाकिस्तानी झंडों और पत्थरों के बजाय हाथ में तिरंगा और कम्प्यूटर लें। उन्होंने कहा कि यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि जम्मू कश्मीर ‘खुली जेल’ में तब्दील हो गया है।
रेड्डी ने कहा कि ऐसा कहना गलत है। उन्होंने कहा, ‘‘यह खुली जेल नहीं है। यह आज सभी के लिए खुला है। यह पर्यटकों के लिए खुला है। यह आतंकवादियों के लिए बंद है।’’ मंत्री ने कहा कि वह जम्मू कश्मीर की जनता को आश्वासन देना चाहते हैं कि अगले दो से तीन महीने में राज्य में उज्ज्वला और इंद्रधनुष जैसी कई केंद्रीय योजनाएं लागू की जाएंगी। विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए रेड्डी ने कहा कि दिल में वे अनुच्छेद 370 को समाप्त किये जाने का समर्थन करते हैं लेकिन खुलकर बताना नहीं चाहते। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में सुरक्षा बलों के हताहत होने के मामलों में कमी आई है तथा आतंकी नेटवर्कों को ध्वस्त कर दिया गया है।