By रेनू तिवारी | Oct 07, 2021
जम्मू और कश्मीर ने पिछले कई दिनों से आतंकी गतिविधियां बढ़ती दिखाई दे रही हैं। जम्मू और कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के ईदगाह इलाके में दो आतंकवादी बंदूक के साथ एक स्कूल में जबरन घुस गये और वहां पर फायरिंग करनी शुरू कर दी। जम्मू और कश्मीर के ईदगाह इलाके में हुई आतंकियों की गोलीबारी में स्कूल के प्रिंसपल और टीचर की मौत की खबरें भी आ रही हैं।
इससे पहले कश्मीर घाटी में मंगलवार को संदिग्ध आतंकवादियों ने 90 मिनट के भीतर तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। यहां इकबाल पार्क क्षेत्र में श्रीनगर की प्रसिद्ध फार्मेसी के मालिक माखनलाल बिंदरू की उनके व्यावसायिक परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके अलावा केंद्रशासित प्रदेश में दो अन्य लोगों की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिनमें से एक बिहार का रहने वाला था और गोलगप्पे व भेलपूरी बेचकर अपनी रोजी-रोटी चलाता था। आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) ने मंगलवार को हुए इन हमलों की जिम्मेदारी ली जिसे लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा संगठन माना जाता है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हमलावरों ने शाम करीब सात बजे बिंदरू (68) को उस समय नजदीक से गोली मार दी जब वह अपनी फार्मेसी में थे।
उन्होंने कहा कि बिंदरू को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बिंदरू को चार गोलियां लगीं। कश्मीरी पंडित समुदाय से बिंदरू उन कुछ लोगों में शामिल थे, जिन्होंने 1990 के दशक में जम्मू कश्मीर में आतंकवाद शुरू होने के बाद पलायन नहीं किया। वह अपनी पत्नी के साथ यहीं रहे और लगातार अपनी फार्मेसी ‘बिंदरू मेडिकेट’ को चलाते रहे। इस घटना के एक घंटे के भीतर आतंकवादियों ने शहर के हवाल क्षेत्र में एक गैर-स्थानीय रेहड़ी-पटरी विक्रेता की हत्या कर दी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि गोल-गप्पे और भेलपूरी बेचने वाले बिहार निवासी वीरेंद्र को भी नजदीक से गोली मारी गई जिसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। दूसरी हत्या के कुछ मिनटों के भीतर ही आतंकवादियों ने बांदीपुरा जिले के नैदखई में मोहम्मद शफी लोन नामक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी। लोन स्थानीय टैक्सी स्टैंड के अध्यक्ष थे। बिंदरू की हत्या की निंदा करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि वह गरीबों की मदद करनेवाले व्यक्ति थे।