By निधि अविनाश | Oct 26, 2021
प्रभासाक्षी के विचार संगम में अमर उजाला के संपादक जयदीप कर्णिक ने भी डिजिटल मीडिया की विश्वसनीयता पर ही सवाल क्यों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि, आज के समय में कोई भी प्रिंट और टीवी की विश्वसनीयता पर चर्चा नहीं करता है। अब जब डीजिटल मीडिया काफी तेजी से ट्रेंड में आया तब से ही सभी इस मंच की विश्वसनीयता पर बात करना चा रहा है। उन्होंने कहा कि, मीडिया हमेशा से ही संदेह के घेरे में रहा है लेकिन यह कहना भी गलत नहीं होगा कि पत्रकारिता की यात्रा में काफी बदलाव आया है। डिजिटल मीडिया में जनसंवाद और जनसंचार का बहुत बड़ रोल होता है। पहले यह काफी तेजी से संचालित होती थी।
मोबाइल ने किया डिजिटल मीडिया में बड़ा बदलाव
जयदीप कर्णिक ने कहा कि, मोबाइल ने डिजिटल मीडिया को बदल कर रख दिया है। इस मोबाइल के माध्यम से कोई भी खबरें तेजी से वायरल हो जाती है। IIMC महानिदेशक संजय द्विवेदी की बात का समर्थन करते हुए जयदीप कर्णिक ने कहा कि, डिजिटल और सोशल मीडिया में अंतर करना काफी जरूरी है। सोशल मीडिया में खबरें वायरल की जाती है और डिजिटल मीडिया के द्वारा खबरें लोगों तक पहुंचाई जाती है, इसमें अंतर करना काफी जरूरी है। जयदीप ने डिजिटल मीडिया को लेकर कहा कि, अपने विचार को प्रवाहित करना चाहिए लेकिन इस बीच लोगों को जागरूक करना भी काफी जरूरी है। डिजिटल मीडिया के लिए जवाबदेही तय करना महत्वपूर्ण है।
कोई भी कुछ भी प्रकाशित कर रहा
जयदीप ने कहा कि, लोग सोशल मीडिया के जरिए ट्विटर और फेसबुक पर अपने विचार प्रकट करते आ रहे है जिसको हम पत्रकारिता नहीं कह सकते है। डिजिटल मीडिया के लिए जागरूकता फैलाना जरूरी होगा, अच्छे और गंदे पानी में अंतर करना होगा।