जगदीप धनखड़ भारत के उपराष्ट्रपति बनने वाले राजस्थान के दूसरे नेता, गहलोत ने दी बधाई

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 07, 2022

जयपुर, 7 अगस्त।  उपराष्ट्रपति चुनाव में शनिवार को जीत दर्ज करने वाले जगदीप धनखड़, भैरोंसिंह शेखावत के बाद इस पद पर निर्वाचित हुए राजस्थान के दूसरे नेता हैं। राजस्थान के झुंझुनूं जिले के निवासी धनखड़ (71) देश के 14वें उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति होंगे। धनखड़ के निर्वाचन के बाद अब संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा कीअध्यक्षता राजस्थान के नेता करेंगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी राजस्थान से हैं। वह राज्य के कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।

उपराष्ट्रपति चुनाव के परिणाम के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने धनखड़ को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। गहलोत ने ट्वीट में कहा ‘‘श्री जगदीप धनखड़ को भारत के उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। श्री धनखड़ राजस्थान से भैरोंसिंह शेखावत जी के बाद दूसरे उपराष्ट्रपति बने हैं, इस बात की राजस्थानवासियों को प्रसन्नता है।’’ पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा‘‘ किसान पुत्र, शेखावाटी की शान एवं कुशल विधिवेत्ता जगदीप धनखड़ जी को उपराष्ट्रपति पद पर निर्वाचित होने पर हार्दिक शुभकामनाएं।

मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप उपराष्ट्रपति पद की गरिमा एवं सम्मान को सर्वोच्च रखते हुए राष्ट्रसेवा में अपने दायित्व का कुशलतापूर्वक निर्वहन करेंगे।’’ विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड ने कहा राजस्थान की शान, प्रख्यात कानूनविद् एवं किसान पुत्र जगदीप धनखड़ जी को उपराष्ट्रपति पद पर निर्वाचित होने पर हार्दिक शुभकामनाएं। संसदीय लोकतंत्र के दूसरे सबसे बड़े पद उपराष्ट्रपति पर जगदीप जी के निर्वाचित होने से आम राजस्थानी का मान बढ़ा है। झुंझुनूं के किठाना गांव में नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के पुश्तैनी घर में खुशी का माहौल है।

धनखड़ की जीत पर महिलाएं मंगल गीतों पर नाचती नजर आ रही है। एक महिला ग्रामीण सुमन थाकन ने बताया कि ‘‘मैं उसी स्कूल में प्रिंसिपल हूं जहां पर जगदीप जी कक्षा एक से पांच तक पढे थे। उनकी जीत को लेकर मेरी खुशी की कोई सीमा नहीं है। मैं परिणाम आने से पहले फुलझड़ी खरीद कर यहां पहुंच गई हूं।’’ उन्होंने कहा कि यहां मौजूद अन्य महिलाएं भी इतनी खुश है कि बयां नहीं कर सकते क्योंकि गांव के बेटे के साथ-साथ वह किसी के चाचा जी हैं, किसी के ताऊ जी, किसी के दादा जी... सब के सब बहुत खुश हैं।

इससे पूर्व भैरोंसिंह शेखावत ने 11वें उपराष्ट्रपति के तौर पर अगस्त 2002 से जुलाई 2007 तक पदभार संभाला था। दिलचस्प बात यह है कि शेखावत और धनखड़ दोनों के पैतृक गांव शेखावाटी क्षेत्र में है जिसमें सीकर झुंझुनूं और आसपास के इलाके शामिल हैं दिग्गज राजपूत नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे शेखावत सीकर जिले के खाचरियावास गांव के थे। वहीं जाट नेता जगदीप धनखड़ झुंझुनू के किठाना गांव के हैं वहीं, धनखड़ के उपराष्ट्रपति के तौर पर निर्वाचन से भाजपा राजस्थान में किसानों के बीच पैठ बढ़ाने में मदद मिलने को लेकर आशान्वित है।

भाजपा के सूत्रों का कहना है कि धनखड़ की पदोन्नति से जाट समुदाय और किसानों के बीच पार्टी का आधार बढाने में मदद मिलेगी। राज्य की 200 विधानसभा सीटों में से लगभग 40 पर इस समुदाय का काफी प्रभाव हैं। राज्य में अगले साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा के एक नेता ने कहा कि ‘‘ यह (धनखड़ की जीत) निश्चित रूप से राजस्थान के साथ साथ हरियाणा में समुदाय में पार्टी का समर्थन बढाने में मदद करेगा।’’ हालांकि कांग्रेस नेताओं का कहना है कि एक जाट नेता के उपराष्ट्रपति बनने का कोई राजनीतिक प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि केंद्र में भाजपा शासन में सभी समुदायों के लोगमहंगाई जैसे मुद्दों से पीड़ित है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि ‘‘भाजपा को राजनीतिक लाभ नहीं होने वाला है क्योंकि केंद्र में भाजपा शासन में जनता पीड़ित है और वो अगले चुनाव में भाजपा के खिलाफ मतदान करेंगे। चुनाव में महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दे हावी होंगे।

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