By अंकित सिंह | Jul 24, 2022
राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आ गए हैं। राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हराया। द्रौपदी मुर्मू को 64 फ़ीसदी वोट मिले थे। अब सबकी निगाहें उपराष्ट्रपति चुनाव पर है। 6 अगस्त को उपराष्ट्रपति का चुनाव होना है। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे जगदीप धनखड़ को मैदान में उतारा है। जगदीप धनखड़ के सामने विपक्ष की ओर से कांग्रेसी नेता मारग्रेट अल्वा उम्मीदवार हैं। ऐसे में सवाल यह है कि उपराष्ट्रपति चुनाव में किसका पलड़ा भारी है?
जगदीप धनखड़ का पलड़ा भारी
चुनावी समीकरण को देखें तो फिलहाल जगदीप धनखड़ को बढ़त हासिल है। राज्यसभा में 12 मनोनीत सांसदों के साथ 233 सांसद हैं। वहीं, लोकसभा में 543 सांसद हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव में यह मतदान करते हैं। लोकसभा और राज्यसभा के बात करें तो अकेले भाजपा के पास 394 सांसद हैं। ऐसे में इस चुनाव में एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ कई मायनों में आगे हैं। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है। उनका कार्यकाल पूरा होने से पहले ही चुनावी प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा।
धनखड़ को कई दलों का समर्थन
भाजपा के अलावा जगदीप धनखड़ को जनता दल यूनाइटेड, बीजू जनता दल, वाईएसआर कांग्रेस, एआईएडीएमके सहित कई और दलों का समर्थन हासिल है। जिस दिन जगदीप धनखड़ के नाम की घोषणा हुई थी, उसी दिन नीतीश कुमार ने समर्थन का ऐलान कर दिया था। वहीं, बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस की ओर से भी जगदीप धनखड़ को समर्थन देने का ऐलान किया जा चुका है। विपक्ष के लिए सबसे बड़ा झटका यह है कि ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस इस चुनाव से दूर है। कहीं ना कहीं इसका नुकसान विपक्ष को उठाना पड़ सकता है।