By अंकित सिंह | Oct 06, 2022
बिहार की राजनीति में जबरदस्त तरीके से हलचल मची हुई है। एक पिता के लिए सबसे ज्यादा खुशी की बात यह होती है कि उसका बेटा सम्मानजनक तरीके से अपनी जिंदगी जीए। हालांकि, जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह का जिस तरीके से बिहार सरकार में इस्तीफा हुआ, उसने जगदानंद सिंह को ठेस पहुंचाई है। अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि सुधाकर सिंह ने खुद इस्तीफा दिया है या फिर उनसे इस्तीफा लिया गया है। लेकिन कहीं ना कहीं जो कुछ भी हुआ है उससे जगदानंद सिंह खुश नहीं हैं। सुधाकर सिंह बिहार सरकार में कृषि मंत्री थे। लगातार वो नीतीश सरकार पर सवाल उठा रहे थे। कुछ दिन पहले ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा भी मंजूर हो गया। सुधाकर सिंह ने भ्रष्टाचार को लेकर भी सरकार पर सवाल उठाया था। इन तमाम घटनाक्रमों पर जगदानंद सिंह नाराज हैं।
वहीं बिहार की राजनीति में एक चर्चा अब जोरों पर है। खबर यह है कि बेटे के घटनाक्रम को लेकर जगदानंद सिंह भी राजद के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते है। दावा किया जा रहा है कि जगदानंद सिंह ने अपना मन बना लिया है। जगदानंद सिंह दिल्ली में लालू यादव से मुलाकात कर सकते हैं। आपको बता दें कि हाल में ही जगदानंद सिंह को राजद की ओर से प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। जगदानंद सिंह पहले ही इस पद के लिए तैयार नहीं थे। लेकिन लालू यादव की करीबी होने की वजह से उन्हें दोबारा इस पद पर बैठाया गया। खुद लालू यादव जगदानंद सिंह पर भरोसा करते हैं। जगदानंद सिंह इस्तीफा देंगे, इसकी पुष्टि पार्टी के अस्तर पर अब तक नहीं हो सकी है।
हालांकि, इन तमाम घटनाक्रमों पर पूछे गए एक सवाल को लेकर जगदानंद सिंह ने 2 अक्टूबर को बलिदान देने की बात कही थी। उसी के बाद से इस बात की चर्चा खूब है कि क्या जगदानंद सिंह का लालू यादव से भरोसा खत्म हो गया। दावा किया जा रहा है कि राजद में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं है। जगदानंद सिंह अगर इस्तीफा देते हैं तो पार्टी की कलह बाहर आएगी। जगदानंद सिंह का साफ छवि के नेता माने जाते हैं। बिहार की राजनीति में उनका अनुभव बहुत ज्यादा है। जदयू जगदानंद सिंह को ग्रामीण बुजुर्ग बता रही है। दूसरी ओर भाजपा के सुशील मोदी ने पहले ही कह दिया था कि सुधाकर सिंह के बाद अब नीतीश कुमार जगदानंद सिंह को निपटाने की तैयारी कर रहे हैं।