हैदराबाद। ‘सुपर फिनिशर’ महेंद्र सिंह धोनी और ‘भरोसेमंद’ केदार जाधव ने गेंदबाजों की मेहनत का पूरा सम्मान प्रदान करते हुए भारत को पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में शनिवार को यहां आस्ट्रेलिया पर छह विकेट से जीत दिलायी। भारत के सामने बड़ा लक्ष्य नहीं था लेकिन कप्तान विराट कोहली (45 गेंदों पर 44) सहित शीर्ष क्रम के चार विकेट 99 रन पर निकलने के कारण वह बैकफुट पर था। धोनी (72 गेंदों पर नाबाद 59, छह चौके, एक छक्का) और जाधव (87 गेंदों पर नाबाद 81, नौ चौके, एक छक्का) ने ऐसे समय में परिस्थिति के अनुरूप बल्लेबाजी करके पांचवें विकेट के लिये 141 रन की अटूट साझेदारी की। इससे भारत चार विकेट पर 240 रन बनाकर जीत दर्ज करने और पांच मैचों की श्रृंखला में शुरुआती बढ़त बनाने में सफल रहा। इससे पहले भारतीय गेंदबाजों ने पेशेवराना अंदाज में गेंदबाजी करके आस्ट्रेलिया को खुलकर बल्लेबाजी नहीं करने दी। आस्ट्रेलिया की तरफ से सर्वाधिक रन बनाने वाले उस्मान ख्वाजा (76 गेंदों पर 50) और ग्लेन मैक्सवेल (51 गेंदों पर 40) भी भारतीय आक्रमण के सामने सहज होकर नहीं खेल पाये। एलेक्स कैरी (नाबाद 36) और नाथन कूल्टर नाइल (28) के बीच सातवें विकेट के लिये 62 रन की साझेदारी से आस्ट्रेलिया सात विकेट पर 236 रन तक ही पहुंच पाया।
पिच बल्लेबाजी के लिये आसान नहीं थी और ऐसी परिस्थिति में अगर भारतीयों ने अच्छी गेंदबाजी की तो आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भी प्रभाव छोड़ा। शीर्ष क्रम में कोहली को छोड़कर भारत का कोई भी अन्य बल्लेबाज सहज नहीं दिखा। यहां तक रोहित शर्मा (66 गेंदों पर 37) भी अपने चिर परिचित अंदाज में बल्लेबाजी नहीं कर पाये भले ही उन्होंने शिखर धवन (शून्य) के दूसरे ओवर में पवेलियन लौटने के बाद कोहली के साथ दूसरे विकेट के लिये 76 रन जोड़े। कूल्टर नाइल (46 रन देकर दो) पर लगाये गये चौके हों या फिर पैट कमिन्स की शार्ट पिच गेंद पर लगाया गया छक्का कोहली के शॉट में उनकी टाइमिंग और कौशल का शानदार समन्यवय दिखा लेकिन वह जैसन बेहरनडॉर्फ पर लगाया गया शॉट था जो अंपायर के बगल से दनदनाता हुआ बांउड्री पार गया था। कोहली (छह चौके, एक छक्का) ने एडम जंपा (49 रन देकर दो) पर भी लगातार दो चौके लगाकर उनकी लय बिगाड़ने की कोशिश की लेकिन अगली गेंद उनके पैड से टकरायी, आस्ट्रेलिया ने रिव्यू लिया और भारतीय कप्तान को पवेलियन लौटना पड़ा। यहां से पारी लड़खड़ा गयी। रोहित ने हवा में लहराता कैच दिया जबकि अंबाती रायुडु (13) भी जंपा की लेग ब्रेक को नहीं समझ पाये। स्कोर चार विकेट पर 99 रन हो गया।
इसे भी पढ़ें: केएल राहुल की शानदार फॉर्म ने रवि शास्त्री की बात पर मुहर लगा दी है
इससे पहले कई अवसरों पर ऐसी परिस्थितियों में भारतीय नैया पार लगाने वाले धोनी पर फिर से बड़ी जिम्मेदारी आ गयी थी। उनके साथ जाधव थे और इन दोनों ने अपने प्रशंसकों को निराश नहीं किया। धोनी के बल्ले से कुछ शॉट हवा में भी लहराये लेकिन जाधव की टाइमिंग सटीक थी। कमिन्स पर थर्डमैन पर लगाया गया उनका शॉट टाइमिंग का बेहतरीन नमूना था। इन दोनों ने सहजता से स्कोर आगे बढ़ाया। इस बीच धोनी ने कूल्टर नाइल को अपनी ताकत दिखाकर छक्का भी जड़ा। इससे वह भारत की तरफ से सर्वाधिक छक्के (216) लगाने वाले बल्लेबाज भी बने। उन्होंने रोहित (215) को पीछे छोड़ा। दूसरी तरफ जाधव ने 67 गेंदों पर अपना पांचवां अर्धशतक पूरा किया और उसके बाद हर ओवर में गेंद को सीमा रेखा तक पहुंचाने की रणनीति अपनायी। धोनी ने 68 गेंदों पर पचासा पूरा करके आलोचकों को भी करारा जवाब दिया। उनका वनडे में यह 71वां अर्धशतक है। आखिर में जाधव ने छक्का तो धोनी ने लगातार दो चौके जड़कर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया। इससे पहले आस्ट्रेलियाई पारी के दौरान भारतीय गेंदबाज हावी रहे। मोहम्मद शमी सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने दस ओवर में 44 रन देकर दो विकेट लिये। जसप्रीत बुमराह (दस ओवर में 60 रन देकर दो विकेट) थोड़े महंगे साबित हुए लेकिन कुलदीप यादव (दस ओवर में 46 रन देकर दो), रविंद्र जडेजा (दस ओवर में 33 रन, कोई विकेट नहीं) और जाधव (सात ओवर में 31 रन देकर एक विकेट) ने उसकी भरपायी कर दी।