By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 08, 2017
बेंगलूरू। सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र के कर्मचारियों के संगठनों ने इस क्षेत्र के अनुभवी प्रबंधक एवं निवेशक मोहनदास पई के उस वक्तव्य को दुख पहुंचाने वाला बताया है जिसमें उन्होंने कहा है कि यूनियन में शामिल होने वाले आईटी कर्मी अपनी नौकरी खो सकते हैं। ऑल इंडिया आईटी एम्पलाईज एसोसियेसन के अध्यक्ष मुक्वीमुद्दीन ने कहा, ‘‘मोहनदास पई का यह बयान बहुत दुख है। यह कर्मचारियों को मिले संवैधानिक अधिकारों को खुली चुनौती देने के समान है।’’
पई इन्फोसिस के मानव संसाधन विभाग के प्रमुख और कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी रह चुके हैं। इस समय वह अपना कारोबार कर रहे हैं। पई ने बुधवार को उन लोगों की आलोचना की थी जो कि आईटी उद्योग में कर्मचारियों की यूनियन बनाना चाहते हैं। पई के ऐसा कर वह इस उद्योग में बेवजह शोर-शराबा और डर पैदा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कोई उनका समर्थन नहीं कर रहा है। जो लोग उनके साथ जायेंगे उन्हें कभी रोजगार नहीं मिलेगा।’’
कुक्वीइमुद्दीन ने कहा कि आईटी कंपनियों द्वारा अवैध तरीके से लोगों को नौकरी से निकाले जाने के खिलाफ वह अंतरराष्ट्रीय संगठन में अपनी बात रखेंगे। फोरम फार आईटी एम्पलाईज के बेंगलूरू क्षेत्र के राजेश नटराजन ने कहा कि आईटी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इनफोसिस के पूर्व एचआर प्रमुख और पूर्व मुख्य वित्तीय अधिकारी पई की टिप्पणी असंवैधानिक है।