By अंकित सिंह | Sep 03, 2022
मणिपुर में जदयू के 6 में से 5 विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। यह काम ऐसे दिन हुआ है जिस दिन जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है। इसको लेकर जदयू भाजपा पर हमलावर हो गई है। इन सबके बीच नीतीश कुमार का भी बयान सामने आ गया है। जदयू के सर्वोच्च नेता नीतीश कुमार ने साफ तौर पर कहा है कि दूसरी पार्टियों को तोड़ना गलत है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दूसरी पार्टी के विधायकों को तोड़कर भाजपा लोकतांत्रिक मूल्यों की धज्जियां उड़ा रही है। उन्होंने कहा कि यह संवैधानिक काम है। नीतीश ने बताया कि जब हम एनडीए से अलग हुए, तो मणिपुर के हमारे सभी छह विधायक आए और हमसे मिले और हमें आश्वासन दिया कि वे जदयू के साथ हैं। हमें यह सोचने की जरूरत है कि क्या हो रहा है।
इसके साथ ही नीतीश ने दावा किया कि देश में नई राजनीति चल रही है। सभी विपक्ष एक साथ होंगे तो 2024 में अच्छे नतीजे आएंगे। उन्होंने कहा कि वे विधायकों को पार्टियों से तोड़ रहे हैं, क्या यह संवैधानिक है? विपक्ष को 2024 के चुनाव के लिए एकजुट होगा। इसके साथ ही नीतीश ने यह भी दावा किया कि वक्त आने पर वह दिल्ली भी जाएंगे। आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से इस बात की अफवाह जोरों पर है कि नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर आने वाले हैं और यहां उनकी मुलाकात सोनिया गांधी, राहुल गांधी जैसे नेताओं से हो सकती है। इससे पहले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन(ललन) सिंह ने कहा कि आप (भाजपा) तो धन-बल का प्रयोग कर रहे हैं। महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में आपने क्या किया, ये देश देख रहा है। वो हमारी चिंता छोड़ दे और खुद की चिंता करे। 2024 में जुमलेबाज विदा होंगे।
भाजपा का पलटवार
जदयू के आरोप पर भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि ललन जी जो आरोप लगा रहे हैं कि पैसा देखर खरीदा गया है, तो आपके विधायक इतने कमजोर हैं क्या? ये सब गलत बात है। हम किसी को पैसा देकर क्यों खरीदेंगे। वो चाहते थे कि जनता दल (यूनाइटेड) NDA में रहे और आपने NDA से नाता तोड़ा इसलिए वे BJP में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि आपका(JDU) राष्ट्रीय पार्टी बनने का जो सपना था वो पूरा नहीं हो सकता क्योंकि आप 3 राज्यों से घटकर अब केवल बिहार में ही रह गए हैं। आपने बिहार में जो गठबंधन तोड़ा, ये उसकी प्रतिक्रिया है।