By अंकित सिंह | May 23, 2023
दिल्ली में ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर केजरीवाल सरकार और केंद्र के बीच जंग लगातार जारी है। हाल में ही सुप्रीम कोर्ट ने इसको लेकर बड़ा आदेश दिया था। लेकिन केंद्र सरकार ने एक अध्यादेश लाकर कोर्ट के आदेश को पलट दिया। इसके बाद से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार कई दलों से समर्थन की गुहार कर रहे हैं। वह इसके खिलाफ महारैली भी करने वाले हैं। इन सबके बीच खबर ये थी कि कांग्रेस ने केजरीवाल का इस मामले में साथ देगी लेकिन ऐसा लगता नहीं है। आज दिल्ली कांग्रेस के नेताओं की एक बड़ी बैठक हुई है। इस बैठक के बाद अजय माकन और संदीप दीक्षित ने अपना बयान जारी किया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि जिस तरह से अरविंद केजरीवाल दिल्ली में सरकार चला रहे हैं वह बिल्कुल अत्याचारी और पूरी तरह से बेईमान और भ्रष्ट है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तभी उनके साथ खड़ी हो सकती है जब हम अपने सिद्धांतों और संविधान की अपनी समझ दोनों के साथ विश्वासघात करें। पूर्व कांग्रेस सांसद ने कहा कि दिल्ली के लोगों की भलाई के लिए मैं अपनी पार्टी से गुजारिश करता हूं कि आप को किसी भी तरह से समर्थन देने पर विचार न करें। इससे पहले अजय माकन ने कहा कि ट्रांसफर पोस्टिंग का अधिकार हमारी नेता शीला दीक्षित ने भी मांगा था। लेकिन उन्हें ना तो अटल बिहारी वाजपेयी ने दिया था और ना ही मनमोहन सिंह ने दिया था। इससे पहले मदन लाल खुराना ने मांगा था। उन्हें भी नहीं दी गई थी। तो फिर यह क्यों मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने अपने मुख्यमंत्रियों को यह पावर नहीं दिया तो यह कौन से विलक्षण प्रतिभा वाले हैं कि इन्हें दे दिया जाए।
अजय माकन ने कहा कि वे (आप) अपनी लड़ाई को जनता की लड़ाई कैसे बना सकते हैं? वो कहते हैं शिक्षा में, स्वास्थ्य में बहुत काम किया है... ये जो श्रेय लेते हैं, ये भी दिल्ली में तैनात अफसरों का काम है, ये अंडमान निकोबार द्वीप समूह से अफसर लाए क्या? उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उन्हें डर है कि अब वे फंस गए हैं। वे लोगों का ध्यान भटका रहे हैं। वे शराब घोटाले और अन्य घोटालों में फंस गए हैं। केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस से समर्थन मांगने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि वे कांग्रेस का समर्थन कैसे मांग रहे हैं? उन्होंने (अरविंद केजरीवाल) भाजपा के समर्थन से राजीव गांधी का भारत रत्न वापस लेने का प्रस्ताव पारित किया। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर भाजपा का समर्थन किया। उन्होंने जस्टिस दीपक मिश्रा के महाभियोग के दौरान बीजेपी का समर्थन किया था। एक व्यक्ति जो देश के बारे में नहीं सोचता, खालिस्तानी समर्थकों से बात करता है।