By रेनू तिवारी | Aug 26, 2023
बेंगलुरु। सफल चंद्रयान-3 मिशन के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) सूर्य का अध्ययन करने के लिए अपना पहला सौर मिशन 'आदित्य-एल1' लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। आदित्य एल1 को अगस्त 2023 में लॉन्च किया जाना है और इसके कम से कम पांच साल तक संचालित होने की उम्मीद है। भारत का पहला वेधशाला-श्रेणी का अंतरिक्ष-आधारित सौर मिशन, आदित्य-एल1, यू.आर. में असेंबल किया गया था। इसरो ने बताया कि बेंगलुरु में राव सैटेलाइट सेंटर (यूआरएससी) और 14 अगस्त, 2023 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में पहुंचाया गया।
‘आदित्य-एल 1’ अंतरिक्ष यान को सौर कोरोना (सूर्य की सबसे बाहरी परतों) के दूरस्थ अवलोकन और एल1 (सूर्य-पृथ्वी लाग्रेंज बिंदु) पर सौर हवा के यथास्थिति अवलोकन के लिए तैयार किया गया है। एल1 पृथ्वी से करीब 15 लाख किलोमीटर दूर है। यह सूर्य के अवलोकन के लिए पहला समर्पित भारतीय अंतरिक्ष मिशन होगा।
आदित्य-एल1 मिशन का लक्ष्य एल1 के चारों ओर की कक्षा से सूर्य का अध्ययन करना है। यह अंतरिक्ष यान सात पेलोड लेकर जाएगा जो अलग-अलग वेव बैंड में फोटोस्फेयर (प्रकाशमंडल), क्रोमोस्फेयर (सूर्य की दिखाई देने वाली सतह से ठीक ऊपरी सतह) और सूर्य की सबसे बाहरी परत (कोरोना) का निरीक्षण करने में मदद करेंगे।