By अभिनय आकाश | Apr 21, 2025
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने घोषणा की कि स्पैडेक्स उपग्रहों की दूसरी डॉकिंग के सफल समापन के साथ भारत की अंतरिक्ष डॉकिंग क्षमताओं ने एक और मील का पत्थर स्थापित किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर सिंह ने लिखा कि स्पैडेक्स अपडेट: यह बताते हुए खुशी हो रही है कि उपग्रहों की दूसरी डॉकिंग सफलतापूर्वक पूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष आधारित डॉकिंग प्रयोग (स्पैडेक्स) मिशन को 30 दिसंबर 2024 को पीएसएलवी-सी60 पर लॉन्च किया गया था। मिशन में शामिल उपग्रहों को पहली बार 16 जनवरी 2025 को सुबह 6:20 बजे सफलतापूर्वक डॉक किया गया और बाद में 13 मार्च 2025 को सुबह 9:20 बजे अनडॉक किया गया। सिंह के अनुसार, मिशन के तहत आगे के प्रयोग अगले दो हफ्तों में होने वाले हैं।
इससे पहले 13 मार्च को इसरो ने कहा था कि उसने अपने स्पैडेक्स मिशन के लिए अंतरिक्ष डी-डॉकिंग को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। यह अंतरिक्ष यान को अपने आप डॉक करने में सक्षम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो पृथ्वी से नेविगेशन सहायता पर निर्भर किए बिना चंद्रयान-4 जैसे भविष्य के चंद्र मिशनों के लिए आवश्यक होगा। स्पैडेक्स मिशन इसरो के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि इसका उद्देश्य अंतरिक्ष में स्वायत्त मिलन और डॉकिंग का प्रदर्शन करना है - जो भविष्य के चालक दल के अंतरिक्ष मिशन, उपग्रह सर्विसिंग और अंतरिक्ष स्टेशन संचालन के लिए एक महत्वपूर्ण क्षमता है।