By नीरज कुमार दुबे | Oct 18, 2024
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में इस सप्ताह हमने ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) से जानना चाहा कि इजराइल-ईरान संघर्ष अब किस दिशा में जा रहा है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को आश्वासन दिया है कि इजरायल की योजना केवल ईरान में सैन्य ठिकानों पर हमला करने की है, परमाणु या तेल सुविधाओं पर नहीं। उन्होंने कहा कि बताया जा रहा है कि नेतन्याहू ने 9 अक्टूबर को एक फोन कॉल के दौरान बाइडन को बताया कि इज़राइल केवल ईरान में सैन्य बुनियादी ढांचे को लक्षित करने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि नेतन्याहू की योजना से व्हाइट हाउस काफी राहत में बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इजराइल को यह बात समझ आ गयी है कि अगर वह ईरान में तेल सुविधाओं पर हमला करता है, तो ऊर्जा की कीमतें नाटकीय रूप से बढ़ सकती हैं। इसके अलावा ईरानी परमाणु सुविधाओं पर हमले से भी तनाव बढ़ सकता है और अमेरिका के व्यापक संघर्ष में फंसने का खतरा बढ़ सकता है।
ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इससे पहले भी बाइडन ने कहा था कि वह इजराइल के लिए ईरान में परमाणु सुविधाओं पर हमला करने को उचित नहीं मानते हैं। उन्होंने कहा कि इजराइल की बातों से आश्वस्त होकर अमेरिका ने उसे मदद बढ़ दी है। उन्होंने कहा कि इजराइल की रक्षा में मदद करने के लिए लगभग 100 अमेरिकी सैनिक जल्द ही वहां सक्रिय ड्यूटी पर होंगे। उन्हें टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) बैटरी के साथ तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि THAAD की तैनाती ईरान पर इज़राइल के अपेक्षित जवाबी हमले से पहले एक राजनीतिक और सैन्य संकेत भी है। उन्होंने कहा कि हमें THAAD की तैनाती को इज़राइल की सुरक्षा के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता के रूप में देखना चाहिए।