By अभिनय आकाश | Sep 24, 2024
इजरायल-हिजबुल्लाह संघर्ष के सबसे घातक हमले में इजरायली हवाई हमलों में 492 लोग मारे गए, जिनमें 90 से अधिक महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इजरायली सेना ने देश में एक उग्रवादी समूह हिजबुल्लाह पर हवाई हमलों को बढ़ाने से पहले दक्षिणी और पूर्वी लेबनान के निवासियों को खाली करने की चेतावनी दी थी। हजारों लेबनानी दक्षिण की ओर भाग गए, और दक्षिणी बंदरगाह शहर सिडोन से बाहर निकलने वाला मुख्य राजमार्ग बेरूत की ओर जाने वाली कारों से जाम हो गया।
घर छोड़कर जा रहे लोग
हमलों के बाद हजारों लोगों ने दक्षिण लेबनान छोड़ना शुरू कर दिया है। सरकार ने घोषणा की है कि देश के कुछ हिस्सों में स्कूलों को उन नागरिकों के लिए शरण स्थलों के रूप में खोला जाएगा, जो दक्षिणी क्षेत्रों से निकाले गए हैं। देश में स्कूलों को जल्दी बंद कर दिया गया। लोग अपने बच्चों को लेने तुरंत स्कूल पहुंचे। लेबनानी मीडिया के मुताबिक, बेरूत, त्रिपोली, पूर्वी और दक्षिणी लेबनान में इमारतों को विस्थापित लोगों के लिए खोला जा रहा है। पर्यावरण मंत्री नासिर यासीन ने बताया कि माउंट लेबनान, सैदा में भी स्कूल खोले गए हैं।
लेबनान के पीएम ने इसे बताया विनाशकारी
लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने हमलों को विनाशकारी बताया। मिकाती ने UN महासभा में जाने का प्लान टाल दिया। इस्राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा, हम खतरे का इंतजार नहीं करते। इस्राइली सेना ने पर हमलों की जानकारी दी। इसमें आर्मी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल हेरजी हलेवी हेडक्वॉर्टर से और भी हमले करने की मंजूरी देते हुए दिख रहे हैं। हमलों के दौरान, नॉर्थ इस्राइल में हवाई हमले के सायरन बजने लगे। उधर, अमेरिका ने फैसला किया है कि मिडिल ईस्ट में बढ़ती चिंता के मद्देनजर और ज्यादा फोर्स वहां भेजी जाएगी। अभी इस क्षेत्र में अमेरिका के वि 40 हजार जवान तैनात हैं।