By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 22, 2023
इजराइली लड़ाकू विमानों ने रातभर और रविवार को पूरे गाजा में विभिन्न ठिकानों पर हमले के साथ सीरिया में दो हवाई अड्डों और वेस्ट बैंक में एक मस्जिद को निशाना बनाया, जिसका इस्तेमाल आतंकी कर रहे थे। इसके साथ ही, हमास के खिलाफ इजराइल का दो सप्ताह से जारी युद्ध अन्य मोर्चों पर भी भड़कने की आशंका है। युद्ध शुरू होने के बाद से इजराइल ने लेबनान के आतंकवादी समूह हिजबुल्ला के ठिकानों पर लगभग हर रोज गोलाबारी की है। इजराइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में भी तनाव बढ़ रहा है, जहां इजराइली सैन्य बल शरणार्थी शिविरों में आतंकवादियों की तलाश कर रहे हैं और हाल के दिनों में दो हवाई हमले किए हैं।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उत्तरी इजराइल में सैनिकों से कहा कि यदि हिजबुल्ला ने इजराइल के खिलाफ युद्ध शुरू किया, तो ‘‘यह उसकी बड़ी भूल होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम उसे इतना जोर का झटका देंगे कि इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। उसके और लेबनान के लिए नतीजे विनाशकारी होंगे।’’ कई दिनों से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इजराइल सात अक्टूबर के हमास के अप्रत्याशित हमले की प्रतिक्रिया के रूप में गाजा में जमीनी आक्रमण शुरू करने की तैयारी में है। सीमा पर टैंक और हजारों सैनिक लामबंद हो चुके हैं। फलस्तीनियों के लिए राहत सामग्री लेकर 17 ट्रकों का एक काफिला रविवार को गाजा में दाखिल हुआ। पिछले दो दिन में राहत सामग्री की यह दूसरी खेप गाजा पहुंची है। शनिवार को 20 ट्रक गाजा में दाखिल हुए थे।
क्रॉसिंग पर ‘एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) के पत्रकारों ने रविवार को ईंधन से लदे सात ट्रकों को गाजा में प्रवेश करते देखा। राहत सहायता कर्मियों ने कहा है कि गाजा में बढ़ते मानवीय संकट के बीच अब तक बहुत कम राहत सामग्री पहुंची है, जहां क्षेत्र की 23 लाख आबादी में से आधे से ज्यादा लोग अपने घर छोड़ चुके हैं। मानवीय मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने कहा कि युद्ध से पहले जितनी आपूर्ति होती थी, उसकी तुलना में शनिवार को महज चार प्रतिशत आपूर्ति ही हुई जो ‘‘13 दिनों की पूर्ण घेराबंदी के मद्देनजर नाकाफी है।’’ एजेंसी ने हर दिन 100 ट्रकों को दाखिल होने की अनुमति देने का आह्वान किया है। इजराइल ने लोगों से उत्तरी गाजा छोड़ने के लिए अपना आह्वान दोहराया। सेना ने विमानों से पर्चे भी गिराए।
इजराइल ने कहा है कि अनुमानतः 7,00,000 लोग पहले ही क्षेत्र से निकल चुके हैं, लेकिन हजारों लोग अभी भी रूके हुए हैं। इससे किसी भी जमीनी हमले में बड़े पैमाने पर नागरिक हताहत होने का खतरा बढ़ जाएगा। इजराइली सैन्य अधिकारियों ने कहा है कि हमास का बुनियादी ढांचा और भूमिगत सुरंग प्रणाली गाजा शहर में केंद्रित है और कारवाई के अगले चरण में वहां बड़ी संख्या में सैन्य बल हिस्सा लेंगे। मरीजों और विस्थापित लोगों से भरे अस्पतालों में चिकित्सा आपूर्ति और जनरेटर के लिए ईंधन की कमी हो गई है, जिससे डॉक्टरों को कपड़ा सिलने वाली सुइयों के साथ, कीटाणुनाशक के रूप में रसोई के सिरके का उपयोग करके और बिना एनेस्थीसिया के सर्जरी करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि जेनरेटर में ईंधन की कमी के कारण कम से कम 130 ‘समय से पहले जन्मे’ बच्चे ‘‘गंभीर जोखिम’’ में हैं।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि उत्तरी गाजा में सात अस्पतालों को हमलों से क्षति, बिजली और दवाओं की कमी, या इजराइली निकासी आदेशों के कारण बंद करना पड़ा है। खान यूनिस के नासिर अस्पताल में कार्यरत डॉ. मोहम्मद कंदील ने कहा कि वेंटिलेटर सहित चिकित्सकीय सामग्री की कमी के कारण डॉक्टरों को किसी तरह सीमित संसाधन में मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह दिल दुखाने वाली बात है। हर दिन, यदि हमारे पास गंभीर रूप से घायल 10 मरीज आते हैं तो हमें गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) के तीन या पांच उपलब्ध बिस्तरों से ही काम चलाना पड़ता है।’’ संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित स्कूलों और शिविरों में शरण लेने वाले फलस्तीनियों के लिए भोजन की कमी हो रही है और वे गंदा पानी पीने को मजबूर हैं।
क्षेत्र का एकमात्र बिजली संयंत्र एक सप्ताह पहले बंद हो गया, जिससे पूरे क्षेत्र में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। इससे पानी और अन्य आपूर्ति व्यवस्था भी चरमरा गई। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार एजेंसी ने कहा कि साफ पानी की कमी के कारण चेचक, दस्त के मामले बढ़ रहे हैं। इजराइल की सेना ने कहा है कि वह हमास के सदस्यों और प्रतिष्ठानों पर हमला कर रही है, आम नागरिकों को निशाना नहीं बना रही। फलस्तीनी चरमपंथी भी रॉकेट दाग रहे हैं। हमास ने कहा है कि उसने रविवार तड़के तेल अवीव को निशाना बनाया। सेना के अनुसार, फलस्तीनी चरमपंथियों ने इजराइल पर अब तक 7,000 से अधिक रॉकेट दागे हैं। वहीं हमास का कहना है कि उसने रविवार तड़के तेल अवीव को निशाना बनाया। सेना ने बिना विस्तार से विवरण दिए कहा कि वह ‘‘युद्ध के अगले चरण’’ से पहले हवाई हमले बढ़ाने की योजना बना रही है। युद्ध में इजराइल में 1,400 से अधिक लोग मारे गए हैं।
इनमें से ज्यादातर आम नागरिक थे, जो हमास के शुरुआती हमले के दौरान मारे गए। वहीं, बच्चों, महिलाओं समेत कम से कम 212 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले जाया गया। हमास ने मानवतावादी कदम बताते हुए शुक्रवार को दो अमेरिकियों को रिहा कर दिया। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा में 4,300 से अधिक लोग मारे गए हैं। इसमें एक अस्पताल में विस्फोट से मारे गए लोगों की संख्या भी शामिल है। इस बीच, सीरिया के सरकारी मीडिया ने कहा कि इजराइली हवाई हमलों ने राजधानी दमिश्क और उत्तरी शहर अलेप्पो में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों को निशाना बनाया है। मीडिया में कहा गया कि हमलों में एक व्यक्ति की मौत हो गई और हवाई पट्टी क्षतिग्रस्त हो गई। युद्ध शुरू होने के बाद से इजराइल ने सीरिया में हवाई अड्डों सहित कई ठिकानों पर हमले किए हैं।
लेबनान में, हिजबुल्ला ने कहा कि हमले में शनिवार को उसके छह लड़ाके मारे गए। हिजबुल्ला के उपनेता शेख नईम कासिम ने चेताया कि इजराइल और हमास के युद्ध में उसकी ‘‘अहम भूमिका’’ है और यदि इजराइल गाजा पट्टी पर जमीनी हमले शुरू करता है, तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी होगी। इजराइल ने लेबनान की सीमा के पास अन्य 14 बस्तियों के लिए निकासी योजना की भी घोषणा की। पिछले सप्ताह 20,000 से अधिक लोगों की आबादी वाले किर्यत शमोना को खाली करने के लिए कहा गया था। वेस्ट बैंक में, इजराइली सैन्य बलों ने क्रॉसिंग और शहरों के बीच चौकियों को बंद कर दिया है। उनका कहना है कि इन उपायों का उद्देश्य हमलों को रोकना है।
फलस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सात अक्टूबर को युद्ध शुरू होने के बाद से वेस्ट बैंक में 90 फलस्तीनियों की जान गई है। इजराइल ने कहा है कि उसने सात अक्टूबर से अब तक 700 से अधिक फलस्तीनियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 480 संदिग्ध हमास सदस्य भी शामिल हैं।
फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइली सैन्य बलों ने रविवार तड़के वेस्ट बैंक में कम से कम पांच लोगों की हत्या कर दी। जेनिन शहर में एक मस्जिद पर हवाई हमले में दो लोग मारे गए, जहां पिछले साल फलस्तीनी आतंकवादियों और इजराइली सैनिकों के बीच भारी गोलीबारी हुई थी। इजराइली सेना ने कहा कि मस्जिद परिसर में हमास के चरमपंथियों और इस्लामिक जिहाद के आतंकवादियों ने पनाह ले रखी थी जिन्होंने हाल के महीनों में कई हमले किए थे और एक और हमले की साजिश रच रहे थे।