वॉशिंगटन। पेंटागन का कहना है कि अमेरिकी और अफगान सैनिकों के इस सप्ताह किए गए हमलों में अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट समूह का मुखिया संभवत: मारा गया है। अमेरिकी अधिकारियों ने यह भी कहा कि उन्होंने इस बात की भी जांच शुरू कर दी है कि क्या हमले में मारे गए दो अमेरिकी सैन्य रेंजरों की जान किसी सहयोगी की गोली लगने से गई थी। बुधवार और बृहस्पतिवार की रात को अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में किए गए हमलों का निशाना अब्दुल हसीब था जिसे पेंटागन अफगानिस्तान में आईएस का मुखिया कहता है।
पेंटागन के प्रवक्ता जेफ डेविस ने शुक्रवार को बताया ‘‘हमें ऐसा लगता है लेकिन हम निश्चित नहीं हैं।’’ डेविस ने बताया कि करीब 50 अमेरिकी विशेष बल तथा 40 अफगान कमांडो बुधवार की रात मोहमंद घाटी के समीप हेलीकॉप्टर से उतरे। यह स्थान उस परिसर के करीब है जिसका उपयोग हसीब करता है। उसका गुट इराक और सीरिया में आईएस से संबद्ध है और अमेरिकी सेना इसे इस्लामिक स्टेट खुरासन या आईएसआईएस––के कहती है। हेलीकॉप्टर से उतरे सैनिकों को तत्काल गोलीबारी का सामना करना पड़ा और दो रेंजरों–– सार्जेन्ट जोशुआ रोजर्स तथा सार्जेन्ट कैमरन थॉमस को गोली लग गई जिससे उनकी मौत हो गई। डेविस ने कहा ''हम उन परिस्थितियों की जांच कर रहे हैं जिनमें दोनों रेंजरों की मौत हुई। हो सकता है कि उनकी मौत गोलीबारी के दौरान किसी सहयोगी की गोली लगने से हुई हो।’’