By अंकित सिंह | Sep 06, 2021
पंजशीर में खूनी संघर्ष को लेकर तालिबानी आतंकी बुरी तरह से घिरते नजर आ रहे हैं। दरअसल, तालिबान की ओर से यह दावा किया गया है कि उसने पंजशीर पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। हालांकि जब से अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा हुआ है पंजशीर में लगातार खूनी संघर्ष जारी है। इसी को लेकर अब अफगानिस्तान का पड़ोसी देश ईरान ने तालिबान को सख्त चेतावनी दे दी है। ईरान के विदेश मंत्रालय ने तालिबान को चेतावनी देते हुए साफ तौर पर कहा कि अब लक्ष्मण रेखा को पार न करें। इतना ही नहीं, ईरान ने कहा है कि वह पंजशीर को लेकर पाकिस्तान के हस्तक्षेप की भी लगातार जांच करने की कोशिश कर रहा है। ईरान ने साफ तौर पर कह दिया है कि पंजशीर के कमांडरों की शहादत बहुत ही निराशाजनक है और ईरान इन हमलों की कड़ी शब्दों में निंदा करता है।
ईरान ने यह भी कहा कि बातचीत से ही अफगानिस्तान की समस्या का हल निकाला जा सकता है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद खतीब जाहेद ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि सभी लक्ष्मण रेखा को पार ना करें और अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत जिम्मेदारियों को आवश्यक रूप से माना जाना चाहिए। ईरान ने साफ तौर पर कहा कि अफगानिस्तान में घटने वाली तमाम घटनाक्रम पर उसकी पैनी नजर है। आपको बता दें कि ईरान ने यह चेतावनी ऐसे समय में दी है जब पाकिस्तान पर पंजशीर में तालिबान को जीत दिलाने में हवाई मदद के आरोप लग रहे हैं।
तालिबान ने पंजशीर पर नियंत्रण का किया दावा
तालिबान ने अपने विरोधियों के नियंत्रण वाले अफगानिस्तान के आखिरी प्रांत पंजशीर को नियंत्रण में लेने का दावा किया है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक बयान जारी कर कहा कि पंजशीर अब तालिबान लड़ाकों के नियंत्रण में है। इलाके में मौजूद चश्मदीदों ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर बताया कि हजारों तालिबान लड़ाकों ने रातों-रात पंजशीर के आठ जिलों पर कब्जा कर लिया। तालिबान विरोधी लड़ाकों का नेतृत्व पूर्व उपराष्ट्रपति अमरूल्ला सालेह एवं तालिबान विरोधी अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद ने किया था। अहमद शाह मसूद अमेरिका में 9/11 के हमलों से कुछ दिन पहले मारे गए थे।