By अभिनय आकाश | Apr 19, 2024
इजरायल ने ईरान पर एयरस्ट्राइक कर दी है। ईरान के कई शहरों को निशाना बनाया गया है। ईरान के हमले का जवाब इजरायल की तरफ से दिया गया है। कुछ दिन पहले ईरान ने इजरायल के कई शहरों पर हमले का दावा किया था। 300 से ज्यादा मिसाइलें और ड्रोन लॉन्च किए गए थे। जिसे मार गिराने का दावा इजरायल की तरफ से किया गया था। अब इजरायल के अटैक के बाद ईरान ने इमरजेंसी बैठक बुलाई है। ईरान ने पहले ही साफ किया था कि जवाबी कार्रवाई का कोई हमला होता है तो ईरान चुप नहीं बैठेगा। अमेरिकी प्रसारकों ने संयुक्त राज्य अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से कहा कि इजरायली मिसाइलों ने एक ईरानी साइट पर हमला किया था, जिसके कुछ घंटों बाद राज्य मीडिया ने बताया कि ईरान की हवाई सुरक्षा ने केंद्रीय शहर इस्फ़हान के ऊपर तीन छोटे ड्रोनों को मार गिराया। ईरानी राज्य टेलीविजन ने इस्फ़हान में विस्फोटों की सूचना दी क्योंकि हवाई सुरक्षा सक्रिय कर दी गई थी और राजधानी तेहरान और इस्फ़हान सहित कई क्षेत्रों में उड़ानें निलंबित कर दी गई थीं।
इस्फहान ईरान का रणनीतिक तौर पर अहम शहर है। जिस पर इजरायल की तरफ से अटैक किया गया है। ईरान के सैन्य अनुसंधान भी यहां पर मौजूद हैं। ऐसे में इस्फहान शहर पर इजरायल के अटैक से तमाम अनुसंधान को नुकसान पहुंचाान मकसद है। सेना का बेस भी यहीं पर मौजूद है। ईरान ने पहले ही कहा था कि इजरायली शासन द्वारा किसी भी प्रकार के बल प्रयोग और हमारी संप्रभुता का उल्लंघन करने की स्थिति में, इस्लामी गणतंत्र ईरान निर्णायक और उचित प्रतिक्रिया देने के अपने अंतर्निहित अधिकारों का दावा करने में थोड़ा भी संकोच नहीं करेगा, ताकि शासन को अपने कार्यों पर पछतावा हो। ईरान ने हमले के बाद अपने एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिव कर दिया है।
अमेरिका को थी पहले से जानकारी
अमेरिकी मीडिया ने बताया कि संयुक्त राज्य अमेरिका को इजरायल के कथित हमले के बारे में पहले ही जानकारी मिल गई थी। हालाँकि, उन्होंने ऑपरेशन का समर्थन नहीं किया या इसमें भाग नहीं लिया। अमेरिका ने कहा था कि वह इज़रायल की रक्षा का समर्थन करेगा लेकिन किसी भी आक्रामक अभियान में भाग नहीं लेगा। देश ने ईरान के खिलाफ नए आर्थिक प्रतिबंधों की भी घोषणा की थी। एक अमेरिकी अधिकारी ने सीएनएन को बताया, "हमने प्रतिक्रिया का समर्थन नहीं किया। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान ने इस्फ़हान में एयर डिफेंस बैटरियों का इस्तेमाल किया। इज़रायली सेना और व्हाइट हाउस ने अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। ईरान के आईआरएनए ने कहा कि उसने इस्फ़हान में एक प्रमुख हवाई अड्डे पर बैटरियां चलाईं, जहां 1979 में ईरान की इस्लामी क्रांति से पहले खरीदे गए अमेरिकी निर्मित एफ -14 टॉमकैट्स हैं।