वाशिंगटन। ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में दखल देने की कोशिश करने के आरोपों का खारिज कर दिया। साथ ही कहा कि ईरान किसी देश के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप नहीं करता है। जरीफ ने ‘एनबीसी’ से साक्षात्कार ‘मीट द प्रेस’ में कहा कि में उनका देश अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में कोई दखल नहीं देगा और न ही उनकी सरकार की ऐसी कोई मंशा है।
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जरीफ ने अमेरिका पर उनके देश के खिलाफ साइबर युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया साथ ही आगाह किया ‘‘अगर अमेरिका कोई युद्ध शुरू करता है तो उसे वह समाप्त नहीं कर सकेगा।’’ यह साक्षात्कार रविवार को प्रसारित होगा। यह साक्षात्कार न्यूयॉर्क में हुआ जब जरीफ यहां संयक्तु राष्ट्र की बैठकों में हिस्सा लेने के लिए आए थे। ‘मीट द प्रेस’ कार्यक्रम के संचालक चक टोड ने टिप्पणी की कि अमेरिकी खुफिया विभाग ने ईरान का नाम भी उन देशों में शामिल किया है जो राष्ट्रपति चुनाव में दखल देने की कोशिश कर रहे हैं। इस पर जरीफ ने कहा, ‘‘आपका चुनाव हमारे लिए तरजीह नहीं रखता कि हम आपके चुनाव में दखल दें।’’जरीफ ने कुछ देर बाद कहा,‘‘ हम किसी अन्य देश के आंतरिक मामले में भी दखल नहीं देते, लेकिन एक साइबर युद्ध चल रहा है।’’
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ईरानी अधिकारी ने कम्प्यूटर वायरस ‘स्टक्सनेट’ का जिक्र किया। माना जाता है कि अमेरिका और इजराइल ने मिल कर इसे तैयार किया है और आरोप हैं कि ईरान के परमाणु कार्यक्रमों को नुकसान पहुंचाने के वास्ते ईरान के हजारों सेंट्रीफ्यूज को इसने तबाह किया है। जरीफ ने कहा, ‘‘ आपको स्टक्सनेट याद है? अमेरिका ने हमारे परमाणु प्रतिष्ठानों पर बेहद खतरनाक तरीके से और बेहद गैर जिम्मेदाराना तरीके से वह साइबर युद्ध शुरू किया जिसमें लाखों लोग मारे जा सकते थे।’’ उन्होंने कहा,‘‘ इस प्रकार एक साइबर युद्ध जारी है...और ईरान उस साइबर युद्ध में उलझा हुआ है, लेकिन कोई भी युद्ध जो अमेरिका शुरू करेगा उसे वह खत्म नहीं कर पाएगा।