By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 07, 2024
नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लि. (आईओसी) तीन महीने में ‘एड्रेनलाइन पंपिंग’ फॉर्मूला वन (एफ 1) मोटर रेसिंग में उपयोग किया जाने वाला ईंधन बनाना शुरू कर देगी। कंपनी विशिष्ट ईंधन के क्षेत्र में विस्तार की रणनीति के तहत इस दिशा में कदम उठा रही है। आईओसी के पास पहले से ही तीन ब्रांडेड ईंधन हैं। इसमें अधिक बिकने वाला एक्स्ट्राग्रीन डीजल भी शामिल है। कंपनी ने बुधवार को ‘स्टॉर्म’ पेट्रोल पेश किया। इसकी आपूर्ति वह एशियाई क्षेत्र में ‘मोटरसाइकिल रोड रेसिंग’ चैंपियनशिप के लिए करेगी।
आईओसी के चेयरमैन श्रीकांत माधव वैद्य ने कहा, ‘‘आज, हम ‘स्टॉर्म’ की आपूर्ति के लिए एफआईएम एशिया रोड रेसिंग चैम्पियनशिप के साथ साझेदारी कर रहे हैं। हम रोड रेसिंग में उपयोग किए जाने वाले विशिष्ट ईंधन बनाने वाली भारत की पहली कंपनी हैं।’’ आईओसी एफआईएम एशिया रोड रेसिंग चैंपियनशिप में भाग लेने वाले सभी 15 देशों के मोटरसाइकिल चालकों के लिए ईंधन की आपूर्ति करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा अनुसंधान एवं विकास (अनुसंधान एवं विकास) दो महीने में श्रेणी-1 ईंधन और तीन महीने में ‘फॉर्मूला वन’ ईंधन का उत्पादन करने की स्थिति में होगा।’’ माधव वैद्य ने कहा, ‘‘जब तक हम ‘फॉर्मूला वन’ के लिए ईंधन नहीं बनाते, काम पूरा नहीं होगा।
ईंधन गुणवत्ता के मामले में ‘स्टॉर्म - अल्टीमेट रेसिंग फ्यूल’ नियमित वाणिज्यिक के साथ-साथ प्रीमियम पेट्रोल (95-ऑक्टेन एक्सपी95 और 100-ऑक्टेन एक्सपी100) से अलग है। ‘फॉर्मूला वन’ ईंधन ऐसा होता है, जो काफी उल्लेखनीय प्रदर्शन देता है। आईओसी भी समान ग्रेड के ईंधन बनाना शुरू करेगी और उसके बाद एफ-1 में प्रतिस्पर्धा करने वाले वाहन विनिर्माताओं को देगी। एफआईएम एशिया रोड रेसिंग चैंपियनशिप में जहां सभी मोटरसाइकिल रेसिंग के लिए एक ही ईंधन आपूर्तिकर्ता होता है, वहीं एफ1 टीमों को अपने स्वयं के ईंधन आपूर्तिकर्ता का चयन करने की अनुमति देता है। उदाहरण के लिए शेल, फेरारी को ईंधन की आपूर्ति करती है।