नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन आयल कारपोरेशन (आईओसी) ने सोमवार को कहा कि उसने भागीदार भारत पेट्रो रिर्सोसेज लि. (बीपीआरएल) के साथ मिलकर अबू धाबी में तेल ब्लाक हासिल किया है। इस ब्लाक में दोनों 17 करोड़ डालर निवेश करेंगे।
आईओसी-बीपीआरएल ने अबू धाबी में पहली बार प्रतिस्पर्धी बोली में ब्लाक हासिल किया है। कंपनी ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा है, ‘‘आईओसी तथा भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन (बीपीसीएल) की अनुषंगी बीपीआरएल ने ऊर्जा भारत प्रा. लि. के जरिये एक समूह के रूप में अबू धाबी तटीय ब्लाक-1 में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की है।’’
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अबू धाबी सरकार की तरफ से समूह को यह ब्लाक सुप्रीम पेट्रोलियम काउंसिल(एसपीसी) ने दिया है। ऊर्जा भारत प्रा. लि. में आईओसी तथा बीपीआरएल की 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बयान के अनुसार, ‘‘भारतीय समूह खोज गतिविधियों में 17 करोड़ डालर निवेश करेगा।’’ समूह को यह ठेका 24 मार्च 2019 से 35 साल के लिये दिया गया है। समझौते पर अबू धाबी नेशनल आयल कंपनी (एडीएनओसी) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुल्तान अहमद अल जाबेर, आईओसी के चेयरमैन संजीव सिंह तथा बीपीसीएल चेयरमैन तथा प्रबंध निदेशक दुरई स्वामी राजकुमार ने हस्ताक्षर किये।
सूचना के मुताबिक यह तटीय ब्लाक-1 कुल मिलाकर 6,162 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में रूवाइस फील्ड के पास फैला है।इसमें पहले से खोजे जा चुके पर अविकसित क्षेत्र हैं। यह रूवाईज शहर तथा रिफाइनिंग परिसर के करीब दाफरा क्षेत्र में है। क्षेत्र में दो मौजूदा अविकसित तेल एवं गैस फील्ड हैं जिनके नाम रूवाईज और मिरफा हैं। इस अनुबंध के साथ आईओसी संयुक्त परिचालक के रूप में उच्च संभावना वाले संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) क्षेत्र में प्रवेश कर गयी है। यूएई दुनिया का सातवां सबसे बड़ा तेल उत्पादक है।
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