By नीरज कुमार दुबे | Jun 21, 2023
पूरी दुनिया में आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। दुनियाभर से जो तस्वीरें सामने आ रही हैं वह दर्शा रही हैं कि स्वास्थ्य के प्रति सचेत हुई दुनिया ने योगाभ्यास के जरिये भारत की इस प्राचीन पद्धति के प्रति अपना विश्वास भी जताया। समतल के साथ ही पहाड़ी स्थलों और दुर्गम स्थलों तक योगाभ्यास किया गया और इस दौरान धर्म, जाति और पंथ की कोई बाधा नहीं दिखी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत ने हमेशा जोड़ने, अपनाने और अंगीकार करने वाली परंपराओं को पोषित किया है। उन्होंने योग के माध्यम से विरोधाभासों, बाधाओं और प्रतिरोधों को खत्म करने का आह्वान भी किया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री ने एक वीडियो संदेश में कहा कि भारतीयों ने हमेशा नये विचारों का स्वागत किया है, उन्हें संरक्षण दिया है और देश की समृद्ध विविधता का जश्न मनाया है। उन्होंने कहा, “योग के विस्तार का अर्थ है ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना का विस्तार। इसलिए इस वर्ष भारत की अध्यक्षता में हो रहे जी-20 सम्मेलन का विषय भी एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य है।”
हम आपको बता दें कि भारतीय समयानुसार शाम को मोदी संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में नौवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर एक ऐतिहासिक समारोह में एक अनोखे योग सत्र का नेतृत्व करेंगे, जिसमें संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारी, दुनियाभर के राजदूत और प्रमुख व्यक्ति हिस्सा लेंगे।
वहीं, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मध्य प्रदेश के जबलपुर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के राष्ट्रीय समारोह का नेतृत्व किया। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर देशवासियों और विश्व समुदाय से विश्व एकता के प्रतीक योग को अपनाने का आह्वान किया। वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला संसद भवन परिसर में आयोजित समारोह में शामिल हुए, जबकि केंद्रीय मंत्रियों ने विभिन्न शहरों में योगाभ्यास किया।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर लोगों बधाई दी और कहा कि योग को पूरे विश्व में मान्यता मिली है। अपने गृह नगर नागपुर (महाराष्ट्र) में योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में गडकरी ने लोगों को संबोधित किया। गडकरी ने कहा, ‘‘योग को पूरे विश्व में मान्यता मिली है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस न सिर्फ भारत में, बल्कि दुनिया के कई हिस्सों में बड़े स्तर पर मनाया जाता है।’’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ के अवसर पर कहा कि यह भारत के लिए गर्व की बात है कि विश्व हमारी संस्कृति को स्वीकार रहा है और उसे अपना भी रहा है। राजनाथ ने कोच्चि में भारत के पहले स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर सवार नौसेना कर्मियों के साथ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में शामिल होने के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘यह भारत के लिए गर्व की बात है कि आज विश्वभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है और यह दिखाता है कि हमारी समृद्ध संस्कृति व विरासत को वैश्विक स्तर पर स्वीकार किया जा रहा है और अपनाया भी जा रहा है।’’
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा कि योग विश्व को ‘भारत की सभ्यतागत देन’ है। आरएसएस ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर ट्वीट कर कहा कि योग शारीरिक व्यायाम तक सीमित नहीं है, बल्कि यह अनिवार्य रूप से समग्र जीवन पद्धति है। संघ ने कहा कि यह समस्त योग-प्रेमियों का कर्तव्य है कि वे दुनिया के कोने-कोने में योग का संदेश प्रसारित करें। आरएसएस ने कहा कि योग का अनुसरण कर संतुलित और प्रकृति से सुसंगत जीवन जीने का प्रयास करने वालों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है, जिनमें दुनिया की विभिन्न संस्कृतियों के सामान्य व्यक्ति से लेकर प्रसिद्ध व्यक्ति शामिल हैं।
इसके अलावा, भोपाल और नयी दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग के रंग में रंगी दिखाई दी। योग को लेकर अनूठे कीर्तिमान रचने का जुनून रखने वाले इंदौर के 60 वर्षीय प्रशिक्षक ने देश की इस अत्याधुनिक ट्रेन में यात्रियों को योग मुद्राओं का अभ्यास कराया। कृष्णकांत मिश्रा ने बताया, "मैंने वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रियों को सीट पर बैठे-बैठे और अपने स्थान पर खड़े होकर किए जा सकने वाले योगासन कराए।" गौरतलब है कि कृष्णकांत मिश्रा हर साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर अनूठे कारनामे कर लोगों का ध्यान खींचते हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के लखनऊ में मदरसे में योगाभ्यास किया गया। जो लोग योग को एक खास धर्म से जोड़ कर देखते हैं। उन्हें स्थानीय मुस्लिमों ने योगाभ्यास कर करारा जवाब दिया है।
हम आपको यह भी याद दिला दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भारत द्वारा प्रस्ताव पेश किए जाने और बड़ी संख्या में सदस्य देशों द्वारा इस पर सहमति जताने के बाद 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया था।