By अभिनय आकाश | Aug 08, 2022
बिहार की राजनीति में एक बार फिर से संकट का दौर शुरू हो गया है। प्रदेश में जदयू एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपाः के गठबंधन में दरार की खबरों के बीच राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। बिहार की सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल को इस सियासी संकट में अपने लिए मौका दिख रहा है। तमाम तरह की अटकलों के बीच राजद के सांसद मनोज झा का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा किहमें अभी बिहार में (राष्ट्रपति शासन की) ऐसी कोई संभावना नहीं दिख रही है। सबसे पहले, यह तय किया जाना चाहिए कि क्या होगा। हम बिहार की जनता के निर्देश के अनुसार निर्णय लेंगे।
राजद सांसद झा ने दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बिहार में राष्ट्रीय जनता दल सबसे बड़ी पार्टी है और पार्टी राज्य में राजनीतिक अस्थिरता नहीं देख सकती। बिहार के लिए जो भी बेहतर होगा पार्टी उस हित में फैसला करेगा। राजद नेता के इस बयान से संकेत समझा जा सकता है कि राज्य में अगर अगली सरकार बनती है तो उसमें राजद अहम भूमिका निभाने जा रही है। सूत्रों का यह भी कहना है कि नीतीश कुमार की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर बात हुई है।