Cryptocurrency में फिर लौटी अस्थिरता, इंवेस्ट करना फायदेमंद या नहीं, जानें यहां...

By रितिका कमठान | Jan 05, 2024

वर्ष 2024 में पहली बार हुआ है जब क्रिप्टोकरेंसी में तीन जनवरी को पहली बार वो हुआ जो इस वर्ष में नहीं हुआ था। वर्ष 2024 में पहली बार क्रिप्टोकरंसी में गिरावट देखने को मिली है। इस संबंध में एक नई रिपोर्ट भी सामने आई है जिसमें कहा गया है कि यूएस एसईसी इस तिमाही में बिटकॉइन स्पॉट एक्सचेंज ट्रेडेड फंड को मंजूरी नहीं दे सकता है।

 

इस नई रिपोर्ट के कारण ही क्रिप्टो मूल्यों में कुछ घंटों के लिए गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट के बाद ही क्रिप्टो बाजार में अस्थिरता वापस आ गई है। इस अस्थिरता के बीच भारत विदेशी क्रिप्टो एक्सचेंजों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला ले रहा है। इसके पीछे कारण बताया गया है कि निवेशकों को अस्थिरता से बचाया जा सके। इसी बीच कुछ वर्ष 2024 के पहले ही सप्ताह के तीसरे दिन यानी तीन जनवरी को कुछ ही घंटों में 100 मिलियन डॉलर का क्रिप्टो बाजार मूल्य नष्ट हो गया।

 

वर्ष 2024 में ये पहली बार था जब क्रिप्टो की रफ्तार थमी हो। वहीं इससे पहले 2023 के दौरान ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी में तेजी रही थी। क्रिप्टो में तेजी का सिलसिला तीन जनवरी को समाप्त हो गया। इसके बाद एक्सपर्ट् ने ये अंदाजा लगाना शुरू कर दिया है कि क्रिप्टो अस्थिरता वापस आ गई है। एक पुरानी कहावत है, जितना बड़ा जोखिम उतना बड़ा इनाम होता है। आजकल क्रिप्टो की तरह किसी में इसका प्रतीक नहीं दिख रहा है। ये कहना गलत नहीं होगा कि क्रिप्टोकरेंसी एक तरह का नया कैसीनो गेम हैं जहां लोग अपनी किस्मत आजमाते हैं और बनाते हैं। जानकारी के मुताबिक सबसे पुराना और सबसे अच्छा क्रिप्टो बिटकॉइन है। जानकारी के लिए बता दें कि बिटकॉइन को 15 वर्ष पहले लॉन्च किया गया था। 

 

वहीं तीन जनवरी 2024 को बिटकॉइन और अन्य सभी क्रिप्टोकरेंसी ने याद दिलाया कि वे सक्रिय और अस्थिर हैं। इस दिन इस साल की क्रिप्टोकरंसी में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई, जिसमें सामने आया कि क्रिप्टो मूल्य में बड़े स्तर पर गिरावट आई है। क्रिप्टो में लगाए गए लगभग 600 मिलियन डॉलर कुछ ही घंटों नष्ट हो गए। क्रिप्टो करंसी में आई ये अस्थिरता का मूल कारण एक रिपोर्ट थी।

 

इस रिपोर्ट की मानें तो यह फंडों के लिए बिटकॉइन म्यूचुअल फंड जैसा कुछ था। ऐसी अफवाहें थीं कि इन्हें अमेरिका में आने वाले वर्षों में कानूनी बना दिया जाएगा। अमेरिका से इस मामले पर अंतिम निर्णय अगले सप्ताह आने की उम्मीद है। वहीं इसी सप्ताह आई एक रिपोर्ट ने कहा कि बिटकॉइन फंड में कुछ महीनों की देरी हो सकती है। इस रिपोर्ट के कारण बाजार में गिरावट आई। इस रिपोर्ट के बाद आई गिरावट से साफ पता चलता है कि क्रिप्टो अस्थिर है।

 

बता दें कि इस गिरावट के आने से पहले तक क्रिप्टो करंसी की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा था। 1 जनवरी 2024 को बिटकॉइन 21 महीने के उच्चतम शिखर पर था जब इसकी कीमत 25000 डॉलर को पार कर गई थी। इसके बाद से यह थोड़ा कम पर कारोबार कर रहा है। अमेरिकी कंपनियों की प्रतिक्रिया के आधार पर अगले सप्ताह क्रिप्टो फिर से बढ़ सकता है।

 

इस स्थिति में क्रिप्टो में निवेश करना कितना सही

क्रिप्टो ने कई लोगों को अमीर बना दिया है जबकि कई लोगों ने जीवन भर की बचत भी खो दी है। क्रिप्टो पूरी तरह से अस्थिर है। यही कारण है कि क्रिप्टो में निवेश करने को एक तरह का जुआ माना जाता है। बता दें कि भारत जैसे कुछ देश आधिकारिक तौर पर क्रिप्टो ट्रेडिंग की अनुमति नहीं देते हैं। भारतीय निवेशक भारतीय नियामकों से दूर विदेशी मुद्रा पर व्यापार कर रहे हैं। भारत ने पिछले हफ्ते बिनेंस और क्रैकन वेबसाइट्स जैसी अवैध विदेशी मुद्राओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रतिबंध लगने के बाद इन वेबसाइट्स का यूआरएल जल्द ही अनुपलब्ध होगा। इस अस्थिरता के बाद भी क्रिप्टो अभी भी एक नया निवेश माध्यम है। दुनिया के कई देशों में क्रिप्टो में निवेश करना अब भी जोखिम भरा माना जाता है। 

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