By अभिनय आकाश | Apr 07, 2022
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के करीबी और शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत के खिलाफ पड़ी ईडी की छापेमारी पर सियासत महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक गर्मा रही है। प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के बाद अब वो भी बीजेपी के खिलाफ हमलावर नजर आ रहे हैं। वहीं मुंबई पुलिस ने विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत को बचाने के लिए एकत्रित की गई 57 करोड़ रुपये से अधिक की निधि में कथित अनियमितता को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेता किरीट सोमैया और उनके बेटे नील के खिलाफ धोखाधड़ी का एक मामला दर्ज किया है।
संजय राउत ने क्या आरोप लगाए?
संजय राउत ने बीजेपी नेता किरीट सोमैया को घेरा है। उन्होंने कहा कि मेरे पास जो जानकारी है 50 करोड़ से ज्यादा रकम उस वक्त इन लोगों ऑफिसीयली जमा की है। लोगों को लगता था कि ये सब पैसा विक्रांत को बचाने के लिए जाएगा। राउत ने कहा कि सोमैया ने उस वक्त सभी अखबारों में कहा था कि ये पैसा हम एक स्वतंत्र अकाउंट खोलकर जमा करेंगे। ये केंद्र सरकार से जुड़ा हुआ विषय था। राजभवन से अब जो हमें सूचना मिली है उसमें कहा गया है कि विक्रांत के लिए जो राशी जमा की गई थी, ऐसी कोई राशी इस कार्यालय में अब तक जमा नहीं की गई है।
क्या है पूरा मामला
शिवसेना के नेता संजय राउत किरीट सौमैया को जिस मुद्दे पर घेर रहे हैं वो पूरा मामला 2019 से जुड़ा है। ये उस वक्त की बात है जब आईएनएस विक्रांत को बचाने के लिए बीजेपी ने मुहिम चलाई थी और लोगों से पैसा भी जमा किए थे। पैसे राजभवन में जमा होने थे। लेकिन संजय राउत का दावा है कि इन्हीं पैसों का घोटाला हुआ है।
सोमैया ने दिया जवाब
संजय राउत के आरोपों का जवाब भी किरीट सोमैया की तरफ से आया। आरोप को खारिज करते हुए सोमैया ने कहा था कि अगर राउत के पास कोई सबूत है उन्हें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंपना चाहिए।