By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 22, 2019
नयी दिल्ली। इंफोसिस के चेयरमैन नंदन नीलेकणि ने मंगलवार को कहा कि कंपनी की ऑडिट समिति मुख्य कार्यकारी अधिकारी सलिल पारेख और मुख्य वित्त अधिकारी निलांजन रॉय के खिलाफ व्हिसिलब्लोअर समूह द्वारा लगाए गए आरोपों की स्वतंत्र जांच करेगी। खुद को ‘नैतिक कर्मी’ बताने वाले कंपनी के एक व्हिसिलब्लोअर समूह ने पारेख और रॉय के खिलाफ लघु अवधि में आय और लाभ बढ़ाने के लिए ‘अनैतिक कामकाज’ में लिप्त होने का आरोप लगाया है। उनकी इस शिकायत को कंपनी की व्हिसिलब्लोअर नीति के अनुरूप सोमवार को ऑडिट समिति के सामने रखा गया।
शेयर बाजार को दी सूचना में नीलेकणि ने एक बयान में कहा कि समिति ने स्वतंत्र आंतरिक ऑडिटर ईकाई और कानूनी फर्म शारदुल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी से स्वतंत्र जांच के लिए परामर्श शुरू कर दिया है। नीलेकणि ने कहा कि कंपनी के निदेशक मंडल के सदस्यों में से एक को 20 और 30 सितंबर 2019 को दो अज्ञात शिकायतें प्राप्त हुईं थीं। कंपनी ने सोमवार को व्हिसिलब्लोअर की शिकायत को ऑडिट समिति के समक्ष पेश करने जानकारी दी थी।