By अभिनय आकाश | Mar 18, 2024
रोहिणी को भारत सरकार से 1 करोड़ की छात्रवृत्ति मिलती है। रोहिणी जेनेवा में पीएचडी की छात्रा हैं। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद सम्मेलन में अपने भाषण को लेकर रोहिणी सुर्खियों में आई हैं। भारत के खिलाफ जो लोग प्रोपगेंडा चलाते हैं उन सभी लोगों को करारा जवाब दिया। एक सफाई कर्मचारी की बेटी रोहिणी घावरी ने संयुक्त राष्ट्र में इस बात पर प्रकाश डाला कि अयोध्या में नए उद्घाटन किए गए राम मंदिर ने भारत की आस्था, विरासत और सद्भाव को जोड़ा है। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के अलावा, अयोध्या राम मंदिर का बड़ा आर्थिक महत्व भी है। यह देश के लिए नौकरियाँ और विकास पैदा करके आर्थिक विकास में योगदान दे रहा है।
रोहिणी घावरी की यूएन में दी गई स्पीच को अपने एक्स अकाउंट पर भी शेयर किया है। उन्होंने लिखा कि भी रामभक्तों को संयुक्त राष्ट्र से मेरा जयश्री राम। अपने देश में आपसी भाईचारा बढ़ाए जाने के मक़सद से एवं पाकिस्तान द्वारा UN में राम मंदिर पर नेगेटिव बोलने पर मेरा जवाब सुनिए। मैं चाहती हूँ हम सभी आपस में मिलजुल कर रहे और देश की तरक़्क़ी में योगदान दे। आज मैं इस बात पर प्रकाश डालना चाहती हूं कि कैसे राम मंदिर: आस्था, विरासत और सद्भाव को जोड़ता है !! 22 जनवरी 2024 भारतीय इतिहास में एक ऐतिहासिक दिन है। भारत आध्यात्मिकता के क्षेत्र में हमेशा विश्वगुरु रहा है और अंतरिक्ष और प्रौद्योगिकी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में नए मील के पत्थर हासिल करने के साथ, हम विकास और आध्यात्मिकता के बीच महान संतुलन का सबसे अच्छा उदाहरण बन गए हैं। मैं गर्व से कहती हूं कि मैं वाल्मिकी समाज से आती हूं और हमारे प्रभु वाल्मिकी ने महाकाव्य रामायण के माध्यम से पूरे विश्व को श्री राम का परिचय दिया।
अध्यक्ष महोदय, #HRC54 के दौरान अपने पिछले भाषण में मैंने भारतीय संविधान की ताकत के बारे में बात की थी। अब भारतीय न्यायपालिका ने समुदायों के बीच कोई वैमनस्य पैदा किए बिना राम जन्मभूमि पर एक दशक से चले आ रहे विवाद को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करके अपनी ताकत साबित कर दी है। फैसले का भारतीय समाज के सभी वर्गों ने स्वागत किया है। ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के अलावा, अयोध्या राम मंदिर का बड़ा आर्थिक महत्व भी है। राम मंदिर आस्था, एकता और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है और रोजगार, पर्यावरणीय स्थिरता और राष्ट्र के विकास का सृजन करके आर्थिक विकास में योगदान देता है। इस प्रकार, अयोध्या राम मंदिर सिर्फ एक मंदिर नहीं है; यह प्राचीन और आधुनिक दोनों मूल्यों वाले नए भारत का एक महान उदाहरण है।