Jaiprakash Narayan Birth Anniversary: जेपी की क्रांति से इंदिरा गांधी धो बैठी थी सत्ता से हाथ, जानिए संपूर्ण क्रांति का सफर

By अनन्या मिश्रा | Oct 11, 2024

संपूर्ण क्रांति का नारा देने वाले जयप्रकाश नारायण का 11 अक्तूबर को जन्म हुआ था। वह एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक और राजनेता थे। संपूर्ण क्रांति के नारे से जयप्रकाश नारायण का तात्पर्य समाज के दबे-कुचले लोगों को सत्ता के शिखर पर देखना था। जयप्रकाश नारायण की एक आवाज पर युवाओं का हुजूम सड़कों पर उतर पड़ता था। बता दें कि वह 'लोकनायक' के नाम से भी फेमस थे। तो आइए जानते हैं उनकी बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर जयप्रकाश नारायण के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...


जन्म और परिवार

यूपी-बिहार की सीमा पर स्थित द्वाबा के सिताबदियारा में 11 अक्तूबर 1902 को जयप्रकाश नारायण का जन्म हुआ था। बता दें कि इनके पिता का नाम हरसू दयाल और मां का फूल रानी था। इन्होंने महज 9 साल की उम्र में अपना गांव छोड़ दिया था। उन्होंने पढ़ाई के लिए पटना के कॉलेजिएट स्कूल में दाखिला लिया। वह स्कूली दिनों में प्रताप और प्रभा जैसी पत्रिकाएं पढ़ा करते थे। वहीं साल 1922 में वह पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गए। उस दौरान उन्होंने मजदूरों को होने वाली तकलीफों के बारे में जाना। मार्क्स के समाजवाद से प्रभावित जेपी नारायण एमए करने के बाद साल 1929 में भारत वापस आ गए।

इसे भी पढ़ें: नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक के कारोबार को देश-विदेश में नई ऊंचाइयों पर पहुँचाने वाले भारत के अनमोल रतन थे टाटा

आजादी की लड़ाई में जेपी की भूमिका

उस दौरान भारत में स्वतंत्रता के लिए संग्राम चरम पर था। इस आजादी की लड़ाई में जयप्रकाश नारायण भी कूद पड़े। जब महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरु जेल गए, तो देश के अलग-अलग हिस्सों में जेपी ने आंदोलन को मजबूत करने का काम किया। हालांकि ब्रिटिश सरकार ने उनको गिरफ्तार कर नासिक जेल में बंद कर दिया। देश की आजादी से पहले जो जयप्रकाश कांग्रेस के साथ खड़े दिखाई देते थे, वहीं दो दशक के बाद देश की तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी की कांग्रेस सरकार के खिलाफ उतर आए। 


इंदिरा ने दिया इस्तीफा

बता दें कि जब साल 1975 में चुनाव में भ्रष्टाचार के आरोप की वजह से इंदिरा गांधी से इस्तीफे की मांग हुई, जो देश में आपातकाल लगा दिया गया। इस दौरान जेपी समेत तमाम विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया गया। वहीं साल 1977 में जब इमरजेंसी खत्म हुई और मार्च 1977 में चुनाव हुए, तो देश में पहली गैर कांग्रेसी सरकार बनीं और इसका चेहरा जयप्रकाश नारायण थे। 


मौत

पटना में 08 अक्तूबर 1979 को जयप्रकाश नारायण का हृदय रोग से निधन हो गया।

प्रमुख खबरें

New Year Party: न्यू ईयर पार्टी में दिखेंगी ग्लैमरस, ठंड भी बाल-बांका नहीं कर पाएगी, ट्राई करें ये फैशन हैक्स

जेल में थे मलेशिया के पीएम, बच्चों का ट्यूशन फीस भरने की मनमोहन सिंह ने की थी पेशकश, अनवर इब्राहिम ने साझा किया किस्सा

आदिवासियों के बीच आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं को लेकर NHRC सख्त, केरल सरकार को जारी करेगी नोटिस

Squid Game 2 में किरदारों को मरता देख प्रोड्यूसर Hwang Dong Hyuk अंदर ही अंदर खुश होते थे, क्यों?