By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 08, 2021
नॉटिंघम। भारत ने 209 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के चौथे दिन शनिवार को यहां एक विकेट पर 52 रन बनाये। भारत अब लक्ष्य से 157 रन पीछे है।
बुमराह ने झटके पांच विकेट
जसप्रीत बुमराह ने अपने करियर में छठी बार पारी में पांच विकेट लेकर इंग्लैंड को दूसरी पारी में जो रूट के शतक के बावजूद बड़ा स्कोर बनाने से रोका जिसके बाद भारत ने सहज शुरुआत करते पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के चौथे दिन शनिवार को यहां सकारात्मक परिणाम की उम्मीदें जगायी। भारत ने 209 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक एक विकेट पर 51 रन बनाये। इस तरह से उसे पांच मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बनाने के लिये अब केवल 157 रन की जरूरत है। इंग्लैंड ने कप्तान रूट की 109 रन की पारी की मदद से अपनी दूसरी पारी में 303 रन बनाये। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 183 रन बनाये थे जिसके जवाब में भारत ने 278 रन बनाकर 95 रन की बढ़त हासिल की थी।
रूट ने बेहतरीन बल्लेबाजी का नजारा पेश किया तथा अपनी पारी में 172 गेंदों का सामना करके 14 चौके लगाये लेकिन उन्हें दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिला। इंग्लैंड के अन्य बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की लेकिन वे बड़ा स्कोर बनाने में असफल रहे। बुमराह (64 रन देकर पांच) ने पहली पारी की तरह अपनी शानदार लय बरकरार रखते हुए इंग्लैंड की दूसरी पारी में समेटने में अहम भूमिका निभायी। यह छठा अवसर है जबकि उन्होंने पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लिये। मोहम्मद सिराज (84 रन देकर दो) और शार्दुल ठाकुर (37 रन देकर दो) ने उनका अच्छा साथ दिया। भारत जब लक्ष्य का पीछा करने के लिये उतरा तो रन बनाने का जिम्मा केएल राहुल (38 गेंदों पर 26 रन) ने उठाया। उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड (18 रन देकर एक) की गेंद पर विकेटकीपर जोस बटलर को कैच देने से पहले रोहित शर्मा (34 गेंदों पर नाबाद 12) के साथ पहले विकेट के लिये 34 रन जोड़े।
चेतेश्वर पुजारा (13 गेंदों पर नाबाद 12) ने ब्रॉड पर स्क्वायर लेग पर चौका जड़कर खाता खोला लेकिन इस ओवर की आखिरी दो गेंदों पर वह बाल बाल बचे। इसके बाद दिन के आखिरी ओवर में उन्होंने ओली रॉबिन्सन पर दो चौके जड़कर अपना आत्मविश्वास दिखाया। इंग्लैंड ने सुबह बिना किसी नुकसान के 11 रन से आगे खेलना शुरू किया और पहले सत्र में 108 रन जोड़े। इस बीच उसने रोरी बर्न्स (18) और जॉक क्राउली (छह) के विकेट गंवाये। सिराज ने बर्न्स और बुमराह ने क्राउली को विकेट के पीछे कैच कराया। इंग्लैंड ने दूसरे सत्र में डॉम सिब्ले (133 गेंदों पर 28 रन), जॉनी बेयरस्टॉ (50 गेंदों पर 30 रन) और डैन लॉरेन्स (32 गेंदों पर 25 रन) के विकेट गंवाये। सिब्ले ने संघर्षपूर्ण पारी खेली और जब उनसे रनों की उम्मीद की जा रही थी तब बुमराह की गेंद उनके बल्ले को चूमकर विकेटकीपर ऋषभ पंत के दस्तानों में समा गयी। उन्होंने रूट के साथ 89 रन की साझेदारी की। इसके बाद रूट और बेयरस्टॉ ने चौथे विकेट के लिये 42 रन जोड़े।
बेयरस्टॉ ने कुछ अच्छे शॉट जमाने के बाद सिराज की गेंद पुल करके डीप स्क्वायर लेग पर खड़े रविंद्र जडेजा को कैच दिया। लॉरेन्स भी रन बनाने के लिये जूझते रहे। ठाकुर ने उन्हें सीधी गेंद पर पगबाधा आउट किया। रूट ने आक्रामक रवैया अपनाकर टीम से दबाव को कम किया। उन्होंने बुमराह पर शानदार चौका लगाने के बार सिराज की गेंद में कवर ड्राइव का बेहतरीन नमूना पेश किया और चार रन बटोरे। रूट ने तीसरे सत्र में अपना 21वां शतक पूरा किया लेकिन जब भारत ने दूसरी नयी गेंद ली तो बुमराह ने उन्हें पहले ओवर में ही विकेट के पीछे कैच करा दिया। इंग्लैंड ने आखिरी तीन विकेट आठ रन के अंदर गंवाये जिनमें सैम कुरेन (45 गेंदों पर 32) रन का विकेट भी शामिल है। बुमराह ने करेन और ब्रॉड को लेकर गेंदों पर आउट करके पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया। मोहम्मद शमी की गेंदबाजी में पहली पारी की तरह पैनापन नहीं था उन्होंने रॉबिन्सन (15) के रूप में पारी का आखिरी विकेट लिया।