By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 12, 2021
नयी दिल्ली। भारत की सीनियर महिला फुटबॉल टीम कोविड-19 महामारी के बाद अपने पहले टूर्नामेंट के लिए तैयार है और 17 फरवरी से तुर्की के अलान्या में तीन अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच खेलेगी। सर्बिया के खिलाफ 17 फरवरी को पहले मैच के बाद भारतीय टीम 19 फरवरी को रूस से भिड़ेगी जबकि 23 फरवरी को उक्रेन का सामना करेगी। टीम पिछले दो महीने से गोवा में तैयारी कर रही है। अंतरराष्ट्रीय मैच टीम के लिए काफी अहमियत रखते हैं क्योंकि भारत को अगले साल 20 जनवरी से छह फरवरी तक महिला एशियाई कप की मेजबानी करनी है।
मुख्य कोच मेमूल रॉकी ने कहा कि तुर्की में होने वाले मुकाबलों से वे परख पाएंगे कि महामारी के कारण लंबे ब्रेक के बाद उनके खिलाड़ी मैच फिटनेस को लेकर किसी स्थिति में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी टीम युवा और प्रतिभावान है। यह लंबे समय में हमारा पहला टूर्नामेंट होगा लेकिन लड़कियां खुद को साबित करने के लिए बेताब हैं। हम यूरोपीय टीमों के खिलाफ खेलेंगे। यह आसान नहीं होगा लेकिन हम चुनौती के लिए तैयार हैं।’’ मेमूल ने कहा, ‘‘यूरोप की मजबूत टीमों के खिलाफ खेलने से हमें एशियाई कप की तैयारी में मदद मिलेगी। लड़कियों क लिए ये अनुभव अहम होंगे।’’ भारतीय टीम में कई ऐसी खिलाड़ियों को भी जगह मिली है जिन्हें फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप में हिस्सा लेना है जिसकी मेजबानी भारत को इस साल करनी थी लेकिन महामारी के कारण इसे रद्द करना पड़ा। भारत को इसकी जगह 2022 टूर्नामेंट की मेजबानी सौंपी गई है।
टीम इस प्रकार है: गोलकीपर: मेइबाम लिनथोइनगाम्बी देवी, सौम्या नारायणसामी। डिफेंडर: लोइतोंगबाम आशालता देवी, एनगांगबाम स्वीटी देवी, रितु रानी, सोरोखईबाम रंजना चानू, वैंगखेम लिनथोइनगांबी देवी, क्रितिना देवी थोनाओजाम। मिडफील्डर: मनीष, संगीता बासफोरे, सुमित्रा कामराज, प्यारी शाशा। फारवर्ड: अंजू तमांग, इंदुमति कथिरेसन, सौम्या गुगुलोथ, डेंगमेई ग्रेस, करिश्मा पुरुषोत्तम शिरवोइकर, संध्या रंगनाथन, हेइग्रुजाम दाया देवी और सुमति कुमारी।