By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 30, 2023
दो साल से अधिक समय से जर्मनी की राजधानी बर्लिन में एक देखभाल केंद्र में रह रही बच्ची अरिहा शाह के साथ भारतीय अधिकारियों ने पिछले महीने दिवाली मनाई। विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी। तेईस सितंबर, 2021 को सात महीने की अरिहा को आकस्मिक चोट लगने के बाद उसे जर्मनी के युवा कल्याण कार्यालय (जुगेंडमट) के संरक्षण में रखा गया। वह तब से देखभाल केंद्र में है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शुक्रवार को बताया कि पिछले महीने के दूसरे सप्ताह में बच्ची तक राजनयिक पहुंच प्रदान की गई और भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने उसके साथ दिवाली मनाई। भारत यह तर्क देते हुए बच्ची के शीघ्र भारत वापसी के लिए दबाव डाल रहा है कि उसके लिए अपने भाषाई, धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक वातावरण में रहना महत्वपूर्ण है।
बागची ने अपने साप्ताहिक मीडिया वार्ता में कहा, ‘‘यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। हम इस पर नजर रखे हुए हैं...हमें राजनयिक पहुंच प्रदान की गई थी। हमने भारतीय संस्कृति में बच्ची का लालन-पालन सुनिश्चित करने के लिए उस तक बच्चों से जुड़ी कई चीजें पहुंचाई और साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं कि उसके अधिकार संरक्षित हों। बागची, अरिहा को लेकर एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘बच्ची की सांस्कृतिक, राष्ट्रीय पहचान और अधिकारों की रक्षा करने तथा उसकी भारत वापसी सुनिश्चित करने के लिए हम जर्मन अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।’’ बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के इस आरोप पर कि भारत उस देश में चुनाव में हस्तक्षेप कर रहा है, बागची ने कहा कि चुनाव बांग्लादेश का आंतरिक मामला है। उन्होंने कहा, ‘‘इस पर हमारा रुख लगातार एक समान रहा है।
चुनाव बांग्लादेश का आंतरिक मामला है और हमारा मानना है कि बांग्लादेश के लोगों को अपना भविष्य खुद तय करना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बांग्लादेश के एक करीबी दोस्त और भागीदार के रूप में, हम वहां शांतिपूर्ण चुनाव देखना चाहते हैं और हम एक शांतिपूर्ण और प्रगतिशील राष्ट्र के लिए बांग्लादेश का समर्थन करना जारी रखेंगे।’’ एक चीनी अनुसंधान जहाज के श्रीलंका जाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर बागची ने कहा, ‘‘हम हमेशा उन घटनाओं की निगरानी करते हैं जिनका राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर पड़ता है और हम आवश्यक उपाय भी करते हैं।