By अनन्या मिश्रा | Dec 04, 2024
देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा करने और इसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में भारतीय नौसेना का अभूतपूर्व योगदान रहता है। भारतीय नौसेना के वीरतापूर्ण प्रयासों और बलिदानों का सम्मान करने के लिए हर साल 04 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है। पूरा देश इस दिन को बड़े उत्साह और उल्लास के साथ मनाता है। इस दिन भारत के समुद्री व्यापार मार्गों की निगरानी करने विशाल तटरेखा की रक्षा करने तथा प्राकृतिक आपदा और मानवीय संकट के समय सहायता करने में इंडियन नेवी के महत्व पर भी प्रकाश डाला जाता है। तो आइए जानते हैं भारतीय नौसेना दिवस के इतिहास और महत्व के बारे में...
इतिहास
साल 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान वीरतापूर्ण ऑपेरेशन ट्राइडेंट के सम्मान में 04 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है। बता दें कि 04 दिसंबर को भारतीय नौसेना ने पाक के मुख्य बंदरगाह शहर कराची पर हमला किया था। भारत की बढ़ती नौसैनिक ताकत को इस ऑपरेशन के माध्यम से प्रदर्शित किया गया था। इसमें भारतीय नौसेना ने एक बड़ी सैन्य जीत भी हासिल की थी।
महत्व
इंडियन नेवी डे का दिन नौसेना के उन अधिकारियों को सम्मानित करता है। जो देश के तटीय सुरक्षा के लिए आवश्यक हैं। साथ ही यह दिन उन लोगों की बहादुरी का भी सम्मान करता है, जो नौसेना में सेवा करते हैं और देश की समुद्री सुरक्षा की रक्षा करते हुए मुश्किल परिस्थितियों को सहन करते हैं। हिंद महासागर की शांति बनाए रखना इस महत्वपूर्ण क्षेत्र के जरिए वैश्विक व्यापार के सुरक्षित मार्ग को सुनिश्चित करने के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सहयोग को बढ़ावा देना शामिल है। यह सभी कार्य भारतीय नौसेना पर ही निर्भर हैं।
बता दें कि 04 दिसंबर यानी की भारतीय नौसेना दिवस के मौके पर वरिष्ठ अधिकारी नौसेना के उन जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं, जो इसमें शामिल होकर नौसेना की बहादुरी और राष्ट्रीय सुरक्षा में अपना योगदान करते हैं। भारतीय नौसेना दिवस पर नौसेना के कर्मचारी और गणमान्य लोग ध्वजारोहण समारोह में भाग लेते हैं। इस दिन सम्मान करने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।