By अनुराग गुप्ता | Jul 07, 2020
लद्दाख। भारत-चीन के बीच जारी गतिरोध अब कम होने लगा है। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से चीनी सैनिक 2 किमी पीछे चले गए हैं। जिसकी वजह से तनाव पहले की तुलना में कम हो सकता है लेकिन भारतीय सेना किसी भी प्रकार का खतरा नहीं मोल लेने वाली है। अगर चीनी सैनिकों ने कोई चाल चली तो भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब देने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। पहले ही भारत ने सीमा पर 30 हजार अतिरिक्त सैन्य बल को तैनात कर दिया है और अब खबर है कि ठंड से बचने के लिए हजारों स्पेशल टेंट का आर्डर दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत ने जवानों को ठंड से बचाने के लिए स्पेशल टेंट का आर्डर दिया है। क्योंकि भारत को नहीं लगता है कि ये गतिरोध जल्द समाप्त हो सकता है। जल्द ही लद्दाख में भीषण ठंड का मौसम आने वाला है ऐसे में सैनिकों को ठंड से बचाने के लिए ये कदम उठाया गया है। ताकि जवान चौकस रहकर सीमा की पहरेदारी कर सकें।
-40 डिग्री तक गिरता है तापमान
लद्दाख में - 40 डिग्री तक तापमान नीचे लुढ़क जाता है। सितंबर से तापमान में गिरावट दर्ज की जानी लगती है। ऐसे में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इतनी ज्यादा ऊंचाई और ठंड में खड़े रहना किसी चुनौती से कम नहीं होता है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, सेना के वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि मौजूदा गतिरोध सितबंर-अक्टूबर तक खिंच सकता है और चीन ने तो पहले से ही अपने सैनिकों के लिए स्पेशल टेंट का इंतेजाम कर लिया है।
बता दें कि भारत ने भी जवानों को ठंड से बचाने के लिए स्पेशल टेंट आर्डर किए हैं। हालांकि भारतीय जवान भी ठंड से बचने के लिए सियाचिन पर पहले से ही ऐसे टेंट में रहते हैं। मगर जवानों की संख्या ज्यादा होने की वजह से ज्यादा टेंट्स की आवश्यकता होगी।