By अंकित सिंह | Jan 01, 2021
नए साल की शुरुआत नए उम्मीदों के साथ हो गई है। लिहाजा यह साल भारत के लिए कई मायनों में खास रहने वाला है। भारत वैश्विक स्तर पर खुद को मजबूत करने के लिए इस साल अत्यधिक सक्रिय रह सकता है। 1 जनवरी 2021 से भारत एक अहम भूमिका में नजर आएगा। जी हां, 1 जनवरी से भारत एक बार फिर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यानी कि यूएनएससी का अस्थाई सदस्य बन जाएगा। साल 2020 में हिमालय के उस पार से मिली चुनौतियों के कारण भारत पर पूरी दुनिया की नजर टिकी थी। यूएनएससी में चीन हमेशा भारत के रास्ते में रोड़े अटकाता रहा है। इतना ही नहीं, वह लगातार कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के साथ खड़ा रहा है। हालांकि, अब यह उम्मीद की जा रही है कि यह 2 साल की सदस्यता भारत के लिए अहम मौका साबित हो सकता है।
आपको बता दें कि यूएनएससी में पांच स्थाई सदस्य और 10 अस्थाई सदस्य होते हैं। अस्थाई सदस्य के तौर पर भारत यूएनएससी में आठवीं बार शामिल हो सका है। स्थाई सदस्यता के लिए चीन लगातार भारत का विरोध करता रहता है। संयुक्त राष्ट्र में चीन की स्थिति काफी मजबूत मानी जाती है। खुद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस बात को स्वीकार कर चुके हैं। ऐसे में भारत का यूएनएससी का सदस्य होना अपने आप में अहम हो जाता है। चीन और पाकिस्तान की नापाक हरकतों के खिलाफ भारत को दुनिया के सामने अपना पक्ष रखने का एक बड़ा मंच मिलेगा।