By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 18, 2019
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को कहा कि अगले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के सत्र में वह कश्मीर मुद्दा इतने जोरदार तरीके से उठाएंगे कि जैसा पहले कभी नहीं हुआ होगा। रेडियो पाकिस्तान की खबर के मुताबिक खान ने कहा कि भारत के साथ वार्ता तब तक नहीं हो सकती, जब तक कि वह (नयी दिल्ली) कश्मीर में कर्फ्यू नहीं हटा लेता है और अनुच्छेद 370 हटाने के अपने फैसले को रद्द नहीं कर देता है।
खबर में कहा गया, ‘‘प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को भरोसा दिलाया कि वह संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में कश्मीर मुद्दे को इतने जोरदार तरीके से उठाएंगे, जैसा कि पहले कभी नहीं हुआ होगा।’’ पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर स्थिति तोरखाम टर्मिनल का उद्घाटन करने के बाद खान ने यह कहा। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को भारत द्वारा पांच अगस्त को रद्द कर दिये जाने के बाद भारत और पाक के बीच तनाव बढ़ गया। कश्मीर पर नयी दिल्ली के कदम पर प्रतिक्रिया करते हुए पाकिस्तान ने भारत के साथ राजनयिक संबंधों को कमतर कर दिया और भारतीय उच्चायुक्त को निष्कासित कर दिया। खान ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान के साथ रूकी पड़ी शांति प्रकिया को बहाल करने के लिए पाकिस्तान अपनी पुरजोर कोशिश करेगा।
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प्रधानमंत्री खान ने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ सोमवार को न्यूयार्क में अपनी बैठक के दौरान शांति प्रक्रिया बहाल करने पर जोर देंगे। उन्होंने कहा कि यदि वार्ता फिर से शुरू नहीं होती है और अफगान चुनावों में तालिबान हिस्सा नहीं लेता है तो यह एक त्रासदी होगी। दरअसल, कुछ दिन पहले ट्रंप ने कहा था कि तालिबान के साथ वार्ता बंद हो गई है। इसके बाद इस बारे में खान का यह बयान आया है।