By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 18, 2019
कूलिज। चेतेश्वर पुजारा के शानदार शतक और रोहित शर्मा के 68 रन से भारत ने शुरूआती झटकों से उबरते हुए वेस्टइंडीज ए के खिलाफ तीन दिवसीय अभ्यास मैच के शुरूआती दिन यहां पांच विकेट पर 297 रन बनाये। पुजारा और रोहित ने चौथे विकेट के लिये मिलकर 132 रन की भागीदारी निभायी जिससे भारतीय टीम शनिवार को लंच तक 89 रन तक तीन विकेट गंवाने के बावजूद मजबूत स्थिति में पहुंची। टेस्ट विशेषज्ञ पुजारा 187 गेंद में आठ चौके और एक छक्के की मदद से 100 रन बनाकर रिटायर्ड हो गये। रोहित 115 गेंद में 68 रन बनाने के बाद आउट हुए। उन्होंने अपनी पारी के दौरान आठ चौके और एक छक्का लगाया।
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पुजारा के अंतिम सत्र में रिटायर होने के बाद ऋषभ पंत और हनुमा विहारी ने स्कोर को 300 रन के पार पहुंचाया। स्टंप उखड़ने तक पंत 53 गेंद खेलकर चार चौके और एक छक्के की मदद से 33 रन बानाकर आउट हो गये। दिन का खेल 88.5 ओवर में समाप्त हुआ, तब हनुमा विहारी 101 गेंद पर 37 रन बनाकर जबकि रविंद्र जडेजा एक रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं। वेस्टइंडीज ए के लिये तेज गेंदबाज जोनाथन कार्टर ने 13.5 ओवर में 39 रन देकर तीन विकेट हासिल किये जबकि कीयोन हार्डिंग और अकीम फ्रेजर को एक एक विकेट मिला। भारत ने टास जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन उसकी शुरूआत अच्छी नहीं रहा। अभ्यास मैच के लिये कप्तान बनाये गये अजिंक्य रहाणे फिर विफल रहे जिससे भारत ने लंच तक 89 रन पर पांच विकेट गंवा दिये थे।
रहाणे केवल छह गेंद तक ही क्रीज पर टिक सके। केएल राहुल अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाये। राहुल ने 46 गेंदों पर पांच चौकों और एक छक्के की मदद से 36 रन बनाये और मयंक अग्रवाल (12) के साथ पहले विकेट के लिये 36 रन जोड़े। भारत ने हालांकि 16 रन के अंदर इन दोनों के अलावा रहाणे (एक) का भी विकेट गंवाया। राहुल ने शुरू से लय पकड़ ली थी जबकि अग्रवाल ने सतर्कता बरती। इस बीच राहुल ने रन बनाने की जिम्मेदारी संभाली। कार्टर ने अग्रवाल को बोल्ड करके यह साझेदारी तोड़ी। राहुल फिर से अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील करने में नाकाम रहे और हार्डिंग की गेंद पर रोमेरियो शेफर्ड को कैच दे बैठे। कार्टर ने अगले ओवर में रहाणे को विकेट के पीछे कैच करवाकर स्कोर तीन विकेट पर 53 रन कर दिया।
रहाणे पिछले दो वर्षों में शतक नहीं बना सके हैं, उन्होंने अगस्त 2017 में श्रीलंका टीम के लिये सैकड़ा जड़ा था। पिछले 12 टेस्ट मैचों में वह 20 पारियों में केवल पांच बार ही अर्धशतक तक पहुंच पाये हैं। इस दो टेस्ट की श्रृंखला के लिये अंतिम एकादश में हालांकि उनके स्थान को खतरा नहीं है लेकिन अगर वह इस सीरीज में विफल रहते हैं तो दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के लिये यह नहीं कहा जा सकता है। हनुमा विहारी और श्रेयस अय्यर ऐसे मौके के इंतजार में हैं।