By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 21, 2019
नयी दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को भरोसा जताया कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध काफी मजबूत हैं और वे किसी भी बाधा से पार पा सकते हैं। दोनों देशों के बीच व्यापार मुद्दों को लेकर चिंता के बीच उन्होंने यह बात कही। अमेरिका-भारत रणनीतिक भागीदारी मंच को संबोधित करते हुये जयशंकर ने कहा कि अमेरिका के साथ कुछ मुद्दे हैं क्योंकि उसने विदेश नीति में व्यापार मुद्दों को प्रमुखता से रखा है लेकिन दोनों देश बातचीत के जरिये इसका समाधान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी मजबूत हैं। व्यापार आंकड़े, वीजा संख्या समेत सभी आंकड़े बेहतर स्थिति में हैं।
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विदेश मंत्री ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि अमेरिका और भारत के बीच कोई ऐसी अड़चन है जिससे बातचीत के जरिये पार नहीं पाया जा सकता। जयशंकर का यह बयान ऐसे समय आया है जब दोनों देश व्यापार समझौते से जुड़े मुद्दों को सुलझाने के लिये बातचीत कर रहे हैं। भारत कुछ स्टील और एल्युमीनियम उत्पादों पर अमेरिका द्वारा लगाये गये ऊंचे शुल्क से छूट, सामान्यीकृत तरजीही व्यवस्था के तहत कुछ घरेलू उत्पादों को निर्यात लाभ फिर से देने, कृषि, वाहन और इंजीनियरिंग समेत विभिन्न क्षेत्रों के उत्पादों के लिये आसान बाजार पहुंच की मांग कर रहा है।
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वहीं अमेरिका अपने कृषि और विनिर्मित उत्पादों, डेयरी उत्पादों और चिकित्सा उपकरणों के लिये बेहतर बाजार पहुंच चाहता है। इसके अलावा सूचना, संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) से जुड़े कुछ उत्पादों पर आयात शुल्क में कटौती चाहता है। अमेरिका ने भारत के साथ उच्च व्यापार घाटे को लेकर चिंता जतायी है। वित्त वर्ष 2018-19 में भारत का अमेरिका को निर्यात 52.4 अरब डॉलर रहा जबकि आयात 35.5 अरब डॉलर रहा था। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार घाटा 16.9 अरब डॉलर रहा। हालांकि, यह 2017-18 के 21.3 अरब डॉलर से कम है।