By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 01, 2019
संयुक्त राष्ट्र। अविभाजित जम्मू कश्मीर के एक राज्य से दो केंद्र शासित प्रदेशों में पुनर्गठन के बीच संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान से अनुरोध किया कि वे बातचीत के जरिये कश्मीर मामले को सुलझाएं और मानवाधिकार का पूर्ण सम्मान सुनिश्चित करें। जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को केंद्र सरकार ने पांच अगस्त को खत्म कर दिया था और गुरुवार को राज्य दो केंद्र शासित प्रदेशों लद्दाख और जम्मू कश्मीर में बदल गया।
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जम्मू कश्मीर के एक राज्य नहीं रहने पर महासचिव के बयान के बारे में पूछे जाने पर संयुक्त राष्ट्र के मुखिया के उप प्रवक्ता फरहान हक ने गुरुवार को मीडिया से कहा कि यह हमारी मौलिक चिंता को फिर से व्यक्त करने के लिये था जो महासचिव पूर्व में जम्मू कश्मीर की स्थिति के बारे में जता चुके हैं। जैसा कि आप जानते हैं, वह भारत और पाक के प्रतिनिधियों से स्थिति पर चर्चा के लिये उनके अनुरोध पर मिल चुके हैं।
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हक ने कहा कि संरा प्रमुख ने भारत और पाकिस्तान दोनों से अनुरोध किया है कि वे “स्थिति को बातचीत से सुलझाएं और जैसा कि हमने स्पष्ट किया है और खास तौर पर मानवाधिकारों के लिये उच्चायुक्त के तौर पर साफ किया है कि कश्मीर की स्थिति का समाधान मानवाधिकार के पूर्ण सम्मान के साथ किया जा सकता है।
जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किये जाने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था। पाकिस्तान इस मामले को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने की कोशिश करता रहा है लेकिन भारत ने अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को रद्द किये जाने के फैसले को अपना “आंतरिक मामला” करार दिया है। देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर दोनों केंद्र शासित प्रदेश अस्तित्व में आए।