मॉस्को। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत के खिलाफ आतंकवाद का इस्तेमाल ‘कूटनीतिक औज़ार’ के तौर पर करने के लिए पाकिस्तान को फटकार लगाने के साथ ही बुधवार उम्मीद जतायी कि पाकिस्तान एक दिन ‘सामान्य’ पड़ोसी बन जाएगा। जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के बाद दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव के दौरान जयशंकर ने रूसी विद्वानों और पत्रकारों से बातचीत में यह टिप्पणी की। विदेश मंत्री ने मंगलवार को वलदाई डिस्कशन क्लब में कहा, ‘‘आज अगर आप अंतरराष्ट्रीय संबंध देखें, तो मैं दुनिया के किसी अन्य देश के बारे में सोच नहीं सकता जो वास्तव में अपने पड़ोसी के खिलाफ कूटनीतिक औजार के रूप में आतंकवाद का उपयोग करता है। असल में यह एक अनूठा घटनाक्रम है।’’
गौरतलब है कि भारत और अफगानिस्तान लगातार पाकिस्तान से कह रहे हैं कि वह अफगान तालिबान, हक्कानी नेटवर्क और दोनों देशों में आतंकी हमले करने वाले आतंकवादी समूहों को पनाह नहीं दे। जयशंकर ने कहा, ‘‘ हम सामान्य कारोबार के लिए संषर्घ कर रहे है। वह (पाकिस्तान) हमें एमएफएन (व्यापार में सर्वाधिक तरजीह वाले राष्ट्र का दर्जा) नहीं देता है। हालांकि हम डब्ल्यूटीओ और जीएटीटी के सदस्य हैं। वे भारत से अफगानिस्तान और अफगानिस्तान से भारत की कनेक्टिविटी की इजाजत नहीं देते हैं।’’ मंगलवार को पाकिस्तान ने कहा है कि वह भारतीय उड़ानों के लिए पूर्ण हवाई प्रतिबंध को फिर से लागू करने की सोच रहा है। साथ में यह भी विचार कर रहा है कि भारत को भारत-अफगान व्यापार के लिए पाकिस्तानी भूमि का इस्तेमाल करने से रोक दिया जाए।
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मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘ अगर आपका पड़ेासी आपके साथ सामान्य कारोबार नहीं करता है, कनेक्टिविटी की इजाजत नहीं देता है और सोचता है कि आप पर दबाव बनाने के लिए आतंकवाद का इस्तेमाल एक नीति के तौर पर ठीक है तो यह सामान्य पड़ोसी नहीं है।’’ जम्मू-कश्मीर पर भारत के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायुक्त को वापस भेज दिया था, और भारत के साथ राजनयिक संबंध को कम करने का फैसला किया था। एक अन्य सवाल पर जयशंकर ने कहा, ‘‘ यह निश्चित तौर पर मेरी उम्मीद है कि वे (पाकिस्तान) एक दिन सामान्य पड़ोसी बन जाएंगे। मैं चाहूंगा कि यह हो।’’