By अनुराग गुप्ता | Jul 25, 2022
नयी दिल्ली। दूसरे देशों पर बुरी नजर रखने वाले चीन और उसके मित्र देश पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है। दावा किया जा रहा है कि चीन और पाकिस्तान की साइबर सिक्योरिटी को बड़ी चोट पहुंचाकर हैकर्स ने करीब 15,000 फाइल्स को उड़ा लिया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक ये मामला दो महीने पुराना है। इसी साल मई में चीन और पाकिस्तान में हैकिंग की घटना हुई लेकिन इसी महीन पाकिस्तान में करीबी मिलिट्री ऑफिशियल्स के बीच मामला लीक होने से हड़कंप मच गया।
हिंदी समाचार वेबसाइट नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन और पाकिस्तान दोनों ही एकसाथ साइबर सिक्योरिटी की दिशा में काम कर रहे हैं। इनका दावा है कि भारत के हैकर्स दोस्तों ने साइबर स्पेस की जासूसी की है। दोनों देशों के अधिकारियों का कहना है कि हैकर्स करीब 15,000 फाइल्स को लेकर रसूचक्कर हो गए। वहीं रिपोर्ट्स में कुछ अपुष्ट दावों के हवाले से बताया गया कि हैकर्स ने कुछ ऐसे संकेत छोड़े थे जिससे यह पता लगा कि सिस्टम में सेंधमारी हुई है।
हैक की घटना को लेकर चीन और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच वार्ता हुई, जिससे इसकी जानकारी मिलती है। इतना ही नहीं पिछले महीने चीन की सरकारी मीडिया में रिपोर्ट सामने आई थी। जिसमें कहा गया था कि हैकर्स भारत में ही हैं और वो एक-एक करके कई हमले कर रहे हैं। साथ ही यह भी कहा गया था कि हैकर्स सिर्फ डेटा की चोरी नहीं कर रहे हैं बल्कि इसके साथ ही वो बुनियादी ढांचे को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।
चीन भी कर चुका है ऐसे हमले !
अगर चीन और पाकिस्तान के दावे सही हैं तो यह इस साल की पहली ऐसी घटना है जिसमें दोनों देशों की जानकारियां चोरी हुई हैं। आपको बता दें कि इन दोनों देशों के कई बार ऐसे ही साइबर हमले दूसरे देशों के साथ भी किए हैं। जिसमें भारत भी शामिल है। कोरोना महामारी के बीच अक्टूबर 2020 में भारत में ही ऐसा ही साइबर हमला हुआ था। उस वक्त मुंबई में बड़े पैमाने पर बिजली संकट की स्थिति पैदा हो गई थी। हालांकि चीन ने साइबर हमलों से इनकार कर दिया था।