By अभिनय आकाश | Jul 01, 2023
वैश्विक मामलों पर केंद्रित एक प्रसिद्ध अमेरिकी पत्रिका फॉरेन पॉलिसी के एक लेख में मध्य पूर्व के एक "मेजर प्लेयर" के रूप में भारत के उभरने को इस क्षेत्र में सबसे दिलचस्प जियोपॉलिटिकल डेवलमेंट में से एक बताया गया है। लेख में इज़राइल, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात सहित क्षेत्र के प्रमुख देशों के साथ नई दिल्ली के गहरे और बढ़ते संबंधों पर प्रकाश डाला गया है। भारत के स्थान का विकास बदलती अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था और इच्छाशक्ति को भी दर्शाता है।
इसके लेखक स्टीवन ए कुक ने तर्क दिया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस विकास के बारे में बहुत कुछ कर सकता है और विरोधाभासी तरीके से भी इससे लाभ उठा सकता है। यदि संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य पूर्वी साझेदार वाशिंगटन के विकल्प की तलाश कर रहे हैं, तो यह बेहतर है कि नई दिल्ली विकल्पों में से एक है। उन्होंने लिखा कि अमेरिका अब इस क्षेत्र में निर्विवाद रूप से सबसे शक्तिशाली नहीं रह सकता, लेकिन भारत के पश्चिम एशिया में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने की सूरत में, न तो रूस और न ही चीन वह भूमिका निभा सकते हैं।
लेखक ने लगभग एक दशक पहले की अपनी भारत यात्रा को याद करते हुए बताया कि उस समय उनके मन में यह बात आई थी कि भारतीय मध्य पूर्व में बड़ी भूमिका नहीं निभाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि हालांकि, उनकी यात्रा के बाद से 10 वर्षों में चीजें बदल गई हैं।