अपने ही गेम में फंसता जा रहा चीन, भारत ने उसी की भाषा दिया मुंहतोड़ जवाब

By अंकित सिंह | Sep 02, 2020

एक बार फिर भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ गया है। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर जो चीन ने कुछ दिन पहले किया था, ठीक वैसा ही भारत ने दक्षिण में कर दिखाया है। 29 अगस्त की रात जब चीनी सैनिक भारतीय सीमा के पास घूम रहे थे उसी समय हमारे सैनिक उन्हें रोकते हुए 3 पहाड़ियों पर पहुंच गए। यह ऐसा इलाका है जहां से भारत चीन की हर एक गतिविधि पर नजर बनाए रख सकता है। सोमवार को चीनी सैनिकों ने हमारी चोटी पर पहुंचकर इसे कब्जा करने की कोशिश की थी जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। भारत ने चीन को साफ तौर पर कह दिया है कि वह यहां से पीछे हो जाएं। इसके बाद उन्हें पीछे होना भी पड़ा।

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भारत के जवाब के बाद चीन बौखला गया है। चीन ने यह आरोप भी लगा दिया है कि भारतीय सैनिक उसके इलाके को कब्जा कर रहे है। आपको बता दें कि जब लद्दाख में भारत और चीन के बीच तनाव हुए थे उस वक्त चीन भारतीय हिस्सा को अपने कब्जे में लेने का कोशिश कर रहा था। भारत ने उसी के गेम में उसी को नचाना शुरू कर दिया है। दरअसल पैंगोंग लेक के उत्तरी किनारे में फिंगर एरिया है। फिंगर 1 से लेकर 8 तक को भारत अपना हिस्सा मानता है। मई महीने में चीनी सैनिक फिंगर 4 तक आ गए थे और वहां तक के इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहे थे। फिंगर 4 में ही भारतीय सेना की झड़प चीनी सैनिकों से हुई थी। कई दौर की बातचीत के बाद चीनी सैनिक उस एरिया से पीछे हटे हैं लेकिन अभी भी इसके चोटी पर मौजूद है।

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चीनी सैनिकों ने सिर्फ 29 अगस्त की रात को ही नहीं बल्कि 31 अगस्त को भी भारतीय इलाके पर कब्जा करने की कोशिश की। इसके बाद, भारत ने चीनी सेना को सख्त चेतावनी दे दी है। दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों की बैठक में भी भारत ने इस बात को साफ कह दिया है कि चीन सुधर जाए या कार्रवाई के लिए तैयार रहें। भारत ने साफ कह दिया है कि चीन चोटियों के पास अपने मूवमेंट को बंद करें। ब्रिगेड कमांडर स्तर की बातचीत में भारत ने सख्त लहजे में संदेश दिया जिसके बाद चीनी सैनिक पीछे हटने को मजबूर हो गए है। भारत ने चीन पर हमला करते हुए कहा है कि वह दोनों देशों के बीच चल रहे बातचीत पर पानी फेरने की कोशिश कर रहा है।

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आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच पिछले 3 महीने से सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत चल रही है। हालांकि, चीन की भड़काऊ कार्रवाई  इसकी सफलता में व्यवधान पैदा कर रहे है। यही कारण है कि भारत भी एक्शन को तैयार है। हालांकि, चीन ने जिस प्रकार से दोबारा घटना को अंजाम देने की कोशिश की, उसके बाद से एक बार फिर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। तनाव खत्म करने के लिए दोनों देशों के बीच बीग्रेड कमांडर स्तर की मीटिंग हुई पर कोई सहमति नहीं बन पा रही है। उधर, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी चीन के साथ वर्तमान की स्थितियों पर बैठक की है। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में भारत चीन को किस तरीके से मुंह तोड़ जवाब देता है।

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