By अभिनय आकाश | Jul 17, 2022
भारत और चीन के बीच कमांडर लेवल की बैठक लद्दाख में चल रही है। कोर कमांडर लेवल की 16वें दौर की बैठक लद्दाख के चूशूल माल्डो में हो रही है। इस मीटिंग से उम्मीदें बहुत ज्यादा हैं। चार महीने के बाद दोनों पक्षों की ओर से बैठक हो रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस मीटिंग में कुछ मुद्दों पर सहमति बन जाए। पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 जहां पर पिछले दो साल से भारत और चीन के सैनिक आमने सामने तैनात हैं।
इन मुद्दों पर रहेगा फोकस
पीपी 15 वो प्वाइंट है जहां भारतीय सेना साल 2020 से पहले तक गश्त करती रही थी। इसे लेकर भारत फिर से चीन पर यथास्थिति बहाल करने का दबाव बना सकता है। इसके अलावा देपसांग की समस्या भी बहुत पुरानी है। भारतीय सेना पहले पीपी 10, 11 और ए तक अपने अधिकारियों के साथ गश्त करती थी। लेकिन साल 2019 में चीन ने अपने दो सैन्य वाहनों को बॉलटन क्षेत्र में खड़ा कर दिया है जिससे वो भारतीय सेना की गश्त रोक सके।
गौरतलब है कि भारत और चीन की सेनाओं के बीच आखिरी बातचीत 11 मार्च 2022 को हुई थी। मई 2020 में तनाव शुरू होने के बाद दोनों देशों के बीच कोर कमांडर लेवल की बैठकों के बीच यह सबसे लंबा गैप होगा। 11वें और 12वें दौर की बातचीत में तीन महीने और 22 दिन का गैप रहा था।
वार्ता से पहले सीमा के पास जिनपिंग का दौरा
भारत चीन वार्ता से पहले सीमा के पास चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का दौरा हुआ है। जिनपिंग ने शिनजियांग का दौरा किया था। जहां तैनात पीएलए के सैनिकों से जिनपिंग ने मुलाकात भी की थी। सेना के कमांडरों के काम को लेकर जिनपिंग ने बधाई भी दी थी। भारत चीन के बीच वार्ता से पहले इस दौरे को बेहद अहमा माना जा रहा है। चीनी मीडिया के हवाले से जो खबर सामने आई है उसके अनुसार शिनजियांग बॉर्डर के पास जिनपिंग ने 4 दिन बिताए हैं। जहां उन्होंने सैनिकों और अधिकारियों से मुलाकात की और सेना को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी वाली सोच की जरूरतों के बारे में बताया।