By निधि अविनाश | Aug 04, 2020
TikTok, UC Browser सहित प्रमुख चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने के बाद केन्द्र सरकार ने चीन के Baidu और Weibo ऐप्स को ब्लॉक कर दिया है। जानकारी के मुताबिक चीन के सबसे प्रभावशाली ऐप में शुमार Baidu सर्च और Weibo को क्रमशः गूगल सर्च और ट्विटर पर देश के जवाब के रूप में डब किया गया है। सिना कॉर्पोरेशन द्वारा 2009 में लॉन्च किए गए Weibo के वैश्विक स्तर पर 500 मिलियन से अधिक यूजर्स हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पड़ोसी देश में अपनी यात्रा से पहले 2015 में चीनी माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट पर एक अकांउट खोलने के बाद इसे अपने एक स्टार यूजर के रूप में देखा था।मोदी के इस ऐप में 2 लाख से ज्यादा फॉलोअर थे, उन्होंने अपने पोस्ट पर लिखा था कि “नमस्ते चीन! वेइबो के माध्यम से चीनी दोस्तों के साथ बातचीत के लिए तत्पर ” लेकिन अब पीएम मोदी ने हाल ही में बढ़े तनाव के बाद Weibo को छोड़ दिया है।
सूत्रों ने टीओआई को बताया कि दो ऐप, जो चीन के प्रमुख इंटरनेट उत्पादों में से हैं, उन्हें Google और ऐप्पल के ऐप स्टोर से हटाने के लिए कहा गया है, जबकि इंटरनेट सेवा प्रदाताओं (आईपीएस) को उन्हें ब्लॉक करने के लिए भी कहा गया है। एक आधिकारिक सूत्र के मुताबिक ये दो ऐप 47 ऐप में से है, जिन्हें सरकार ने 27 जुलाई को प्रतिबंधित कर दिया था।
59 चीनी ऐप्स जैसे टिक्कॉक, यूसी ब्राउज़र, हेलो, लाइक, शेयरिट, एमआई कम्युनिटी, वीचैट और कैमस्कैनर पर प्रतिबंध लगाने का पहला निर्णय 29 जून को "भारत की संप्रभुता, अखंडता और रक्षा के लिए प्रतिबंधित किया गया था।वहीं सरकार ने 27 जुलाई को 47 अन्य चीनी ऐप को प्रतिबंधित करने की दूसरी सूची तैयार की गई थी जिसपर अब बैन लगा दिया गया है। इसमें टिकटोक लाइट, लाइक लाइट, बिगो लाइव लाइट, शेयरइट लाइट और कैमस्कैनर एचडी जैसे ऐप शामिल थे। बता दें कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और गोपनीयता के उल्लंघनों के लिए कुल 275 चीनी ऐप सरकारी राडार पर शामिल थे। PubG ऐप भी 275 ऐप की सूची में शामिल थे, जिन्हें सरकार द्वारा जल्द ही प्रतिबंधित किया जा सकता है।
Baidu सर्च के सीईओ रॉबिन ली जो जनवरी 2020 में आईआईटी-मद्रास परिसर का दौरा करने आए थे, उन्होंने कहा कि कंपनी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों के साथ काम करना चाहती है, खासकर मोबाइल कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में कंपनी एकसाथ होना चाहती है। बता दें कि चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध के कारण भारत और चीन के बीच तनाव जारी है।