नयी दिल्ली। देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा प्रदाता कंपनी इंफोसिस ने विप्रो की पूर्व कार्यकारी इंदरप्रीत साहनी को अपना ग्रुप जनरल काउंसिल नियुक्त करने की घोषणा की। इंफोसिस ने एक बयान में कहा कि यह नियुक्ति 3 जुलाई, 2017 से प्रभावी होगी। विप्रो से पहले साहनी सिलिकॉन वैली में एक मझौली विधि कंपनी में प्रबंध साझेदार थीं और वह आईटीसी लिमिटेड में भी इन हाउस काउंसिल के तौर पर काम कर चुकी हैं।
इंदरप्रीत साहनी गोपी कृष्णन राधाकृष्णन का स्थान लेंगी जो इंफोसिस के कार्यकारी जनरल काउंसिल हैं। राधाकृष्णन इसी महीने बाद में अन्य अवसरों का दोहन करने के लिए कंपनी छोड़ेंगे। एक अन्य कार्यकारी संदीप डडलानी ने भी अपना त्यागपत्र सौंप दिया है। वह विनिर्माण, ,खुदरा, सीपीजी और लॉजिस्टिक्स के प्रेसीडेंट और प्रमुख थे। इंदरप्रीत की नियुक्ति पर इंफोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिक्का ने कहा कि उन्हें 24 साल के करियर में मजबूत और विविध वैश्विक अनुभव हासिल है और उनकी विशेषज्ञता इंफोसिस की परिवर्तन यात्रा की अभिन्न हिस्सा होगी।