By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 17, 2017
जीएसटी लागू हुए एक पखवाड़ा ही हुआ है, कुछ करदाताओं ने शिकायत की है कि जीएसटी पोर्टल पर अन्य के साथ उनके आंकड़ों का घालमेल हो रहा है। वहीं इस घालमेल के लिये आयकर विभाग ने एक साथ कई इकाइयों का पंजीकरण करने को लेकर सलाहकारों को जिम्मेदार ठहराया है। केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) की मुंबई इकाई ने एक परिपत्र में कहा है कि कुछ करदाताओं ने यह शिकायत की है कि जब वे जीएसटी पोर्टल पर अपने एकाउंट का लाग-इन कर रहे हैं, वह दूसरे के एकाउंट पर चले जाते हैं और उसमें दूसरे करदाता का आंकड़ा दिखाई देता है।
कर विभाग ने कहा कि ये चीजें वहां हो रही हैं जहां किसी वाणिज्यिक इकाई का पंजीकरण या नामांकन एक ही कर सलाहकार द्वारा किया गया है। इसमें कहा गया है, ‘‘यह तब होता है जब एक कर सलाहकार अपने कंप्यूटर पर विभिन्न करदाताओं के लिये कई विंडो एक साथ खोलता है। एप्लीकेशन भरते समय आंकड़ा कंप्यूटर की मेमोरी में रहता है और इस प्रकार की चीजें होती हैं।’’ सीबीईसी ने सभी कर सलाहकारों से एक बार में एक से अधिक पंजीकरण करने से मना किया है। इसमें कहा गया है, ‘‘एक मामला पूरा होने के बाद कंप्यूटर से मेमोरी को हटाने के बाद दूसरी पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए।’'