By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 06, 2020
नयी दिल्ली। पाकिस्तान में कोरोना वायरस महामारी के कारण महिलाओं को ना केवल आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है बल्कि उनके खिलाफ हिंसा के मामलों में भी वृद्धि हुई है। एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ने यह दावा किया है। पाकिस्तान में महिलाओं के अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठन औरत फाउंडेशन की परियोजना अधिकारी यासमीन मुगल ने कहा, महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं में इजाफा हुआ है।
बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी से संबंधित दो दिन की प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन कार्यक्रम में यासमीन ने कहा कि देश की आर्थिक गतिविधियों में शामिल महिलाओं को कोरोना वायरस महामारी ने बुरी तरह प्रभावित किया और सरकारी एवं गैर-सरकारी स्तर पर उनकी सुविधा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने की आवश्यकता थी। उन्होंने कहा कि अगर व्यावहारिक कदम नहीं उठाए गए तो पाकिस्तान में लाखों मध्यम वर्गीय परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन जीने को मजबूर हो जाएंगे। पाकिस्तान में शांति और सतत विकास के मुद्दों पर काम करने वाले एनजीओ सतत सामाजिक विकास संगठन (एसएसडीओ) ने अपनी जनवरी से मार्च 2020 की रिपोर्ट में कहा कि पाकिस्तान में जनवरी महीने के मुकाबले मार्च के महीने में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामलों में 200 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।